भूपालसागर- ना चिकित्सक ना ही स्टाफ, फिर कैसे सुधरे स्वास्थ्य, सबसे बड़ी पंचायत एक चिकित्सक के भरोसे।
वीरधरा न्यूज।भूपालसागर@ श्री शेख सिराजुद्दीन।
भूपालसागर। कोरोना महामारी में लोगों की हालत खराब है। जनवरी माह में आकोला में कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ने लगा है। पूर्व मे इस बीमारी ने आकोला मे जवान मौतों ने इस महामारी की भयावहता का अहसास कराया हैं। तो वही कई लोगों ने अपनों को खो दिया हैं। वहीं ऐसे माहौल मे आकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सकों का नहीं मिलना मरीजों के लिए परेशानी का शबब बना हुआ है। प्राप्त सूत्रों के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र पर डॉक्टर नहीं मिलते है, इस समस्या को लेकर स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच के लिए जांचपड़ताल की तो स्वास्थ्य केन्द्र स्टाफ को 9.30 पर पूछने पर बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी अभी तक नहीं आये, इस पर भूपालसागर खंड मुख्य चिकित्साधिकारी रोहित कुमावत को फोन पर पूछने पर बताया कि आज भूपालसागर होस्पिटल मे है, जब भूपालसागर होस्पिटल में जांचपड़ताल की तो वहां पर भी आकोला डॉक्टर निशांत नहीं थे। जब तक भूपालसागर डॉक्टर रोहित कुमावत आकोला पहुंच गए, फिर पूछने पर बताया कि सेविंग कराकर आ रहे है। जबतक केन्द्र का रजिस्टर सही कर स्टाफ के हस्ताक्षर कर डॉक्टर रोहित पुनः भूपालसागर चले गये। जबतक तहसीलदार अशोक सोनी क्षेत्र के दौरे के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरिक्षण किया, स्टाफ को पूछने के बाद डॉक्टर रोहित कुमावत को पूछने पर यही कहा कि डॉक्टर निशांत भूपालसागर मे है, तहसीलदार सोनी ने कहा कि मे भूपालसागर से ही आया हूं, आला अधिकारी भी जूठ पर जूठ बोलते रहे। तहसीलदार सोनी ने रजिस्टर मे शिकायत दर्ज कर डॉक्टर निशांत के फोन किया लेकिन उठाया नहीं। आखिर कब सुधरेंगे आकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हालात। इतना ही नहीं चिकित्सक भी पर्याप्त नहीं होने से लोगों को समय पर उपचार भी नहीं मिल पा रहा है । ऐसे में यहां आने वाले रोगियों को जांच के लिए या तो बाहर जाना पड़ रहा है या फिर निजी चिकित्सालयों पर अधिक दाम देकर जांचे कराने पर मजबूर हो रहा है ।
*सबसे बड़ी पंचायत एक चिकित्सक के भरोसे*
आकोला सीएचसी पर एक्सरे मशीन तो उपलब्ध है , लेकिन रेडियोग्राफर उपलब्ध नहीं ऐसा नहीं है कि यहां रेडियोग्राफर का पद स्वीकृत नहीं है । अस्थाई तौर पर एकएनजीओं के माध्यम से यहां पर जांच की व्यवस्था की गई है । आकोला उपखण्ड की सबसे बड़ी पंचायत हे लेकिन यहां पर केवल एक चिकित्सक के भरोसे काम चल रहा है । यहां पर छह चिकित्सक के पद स्वीकृत है लेकिन यहां पर पांच पद खाली है । वहीं ताना स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक को डेप्युटेशन पर भूपालसागर लगा रखा है । ऐसे में यहां पर बीसीएमओ को सेवाएं देनी पड़ रही है । ऐसे में यहां के लोगों को उपचार के लिए इधर – उधर भटकना पड़ रहा है।