वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री पवन अग्रवाल।
डुंगला/चिकारडा। जलदाय विभाग की लापरवाही पढ़ रही ग्रामीणों पर भारी ग्रामीण बदबूदार कीचड़ युक्त पानी पीने को मजबूर जानकारी में ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि पिछले 20 दिनों से चिकारड़ा कस्बे में बस स्टैंड मेन बाजार अग्रवाल मोहल्ला कीचड़ युक्त बदबूदार झाग युक्त पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं इसको लेकर ग्रामीणों द्वारा चिकारड़ा में पीएचइडी विभाग के ठेकेदार कर्मियों को बताया गया उनके द्वारा 2 दिन के लगातार प्रयास के बाद भी कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाए तथा स्थिति यथावत बनी रही इसको लेकर उनके द्वारा सहायक अभियंता डूंगला को जानकारी दी इसके उपरांत भी उनके द्वारा मौके पर आकर वस्तुस्थिति को देखना मुनासिब नहीं समझा स्थिति जस की तस बनी रही उसके बाद ग्रामीणों द्वारा प्रशासन गांवों के संग शिविर में भी इसका जिक्र किया गया था तथा प्रार्थना पत्र भी दिया सदा मौके पर उपखंड अधिकारी द्वारा भी सहायक अभियंता को फोन कॉल किए गए लेकिन उनका कॉल अटेंड करना भी मुनासिब नहीं समझा इसको लेकर ग्रामीणों में रोष दिखा तथा कीचड़ युक्त बदबूदार पानी पीने से ग्रामीणों में बीमारी फैलने के अंदेशे को भी नकारा नहीं जा सकता वैसे भी बीमारियां पैर पसार रही है ऐसे में ऐसी स्थिति में गंदगी युक्त पानी पीने से ग्रामीणों का क्या हाल होगा और इसका जवाब दार कौन होगा गुरुवार को पुनः ग्रामीणों ने रोष व्यक्त करते हुए उपखंड अधिकारी को इस बाबत जिक्र किया तथा सहायक अभियंता को लोकेशन पर भेजने की बात कही जिसको लेकर सहायक अभियंता मौके पर पहुंचे तथा वस्तु स्थिति को देखा पंप चालकों के सहयोग से पंप चला कर गली मोहल्ले के पानी को चेक किया तथा ग्रामीणों द्वारा कहे गए कथन को सही पाया इसको लेकर अपने साथ आए लवाजमे में ठेकेदार तथा अन्य कार्मिकों के साथ प्रत्येक नल के पानी को चेक किया इस मौके पर ग्रामीणों ने एकत्रित होकर रोष प्रकट किया सहायक अभियंता द्वारा ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि 2 दिनों में या तो लीकेज को निकाल दिया जाएगा। अन्यथा स्थिति जस की तस बनी रहने पर ओपन पाइप लाइन डालकर नया कनेक्शन कर के ग्रामीणों को समस्या से निजात दिलाने का प्रयास करेंगे इधर ग्रामीण हिम्मत सिंह ने बताया कि जलदाय विभाग शुरू से ही ग्रामीणों के विपरीत काम करता आया है उनके द्वारा 40 साल पुरानी पाइप लाइन में ही ग्रामीणों को पेयजल सप्लाई किया जा रहा है जबकि 40 साल पहले की आबादी और आज की आबादी में जमीन आसमान का अंतर आया है इसके बाद डेढ़ दशक पूर्व पेयजल योजना भी दो करोड़ की लागत से बनी थी लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाई और ग्रामीणों को जस की तस समस्या का सामना करना पड़ रहा है 3 इंच पाइप लाइन में पूरे गांव का पानी सप्लाई होना कोढ़ में खाज का काम कर रहा है पानी के होते हुए भी पातरे जल सप्लाई हो रही है। आखिर प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है जलदाय विभाग द्वारा डार्क जोन में ही ट्यूबवेल खनन कराए जाते हैं जिसके चलते बोर फेल हो जाता है ऐसा ही कुछ समय पूर्व सांवरिया चौराहे पर ग्रामीणों का कहना नहीं मान कर लगाया गया तो वह भी बोर फेल हो गया और ग्रामीण वहां के वहीं रुक गए शायद डार्क जोन की जगह पानी वाले जोन में लगाया जाता तो ग्रामीणों को पानी की सुविधा मिल सकती थी प्रचंड गर्मी में ग्रामीणों को पानी के लिए दो दो हाथ करना पड़ा था अभी भी पानी का यही हाल है पीएचडी दक्षिण दिशा की ओर बोर खनन कराएं तो पानी अच्छा खासा मिल सकता है इससे पूर्व भी एक बार उधर है उससे ही गांव की सप्लाई का पानी प्राप्त हो रहा है ऐसी स्थिति में एक और बार करा कर ग्रामीण जनता को लाभ दिया जा सकता है ग्रामीणों ने यही मांग की कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक पानी सप्लाई के बिल स्थगित रखें जावे अन्यथा ग्रामीणों को मजबूर होकर उच्च कदम उठाना पड़ेगा जिसका समस्त प्रकार के जवाब दार पीएचईडी विभाग रहेगा।
*इनका कहना*
मेरे पास डूंगला का अतिरिक्त चार्ज है जिसके चलते मैं क्या कर सकता था उपखंड अधिकारी का भी फोन आया था लेकिन समय नहीं होने के कारण कॉल अटेंड नहीं कर पाया। ग्रामीणों के भी कॉल आये थे। लेकिन मेरे द्वारा अटेंड नहीं किया गया। आज आया हूं । समस्या को देखा शीघ्र समाधान करवाने का प्रयास करूंगा । -पुष्पेंद्र सेनी सहायक अभियंता जलदाय विभाग डूंगला।
कई बार अवगत करवाया गया लेकिन सहायक अभियंता ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया जिसके चलते समस्या और बढ़ती गई जामिन बीमार होने लगे हैं कोई भी घटना दुर्घटना होती है तो सहायक अभियंता ही जवाबदार रहेंगे
-हिम्मत सिंह चौधरी
पूर्व सरपंच उम्मीदवार समाजसेवी चिकारड़ा।