वीरधरा न्यूज़।फतेहपुर@ श्री प्रकाश।
सीकर। जिले में हत्या कर शव कुएं में डाल फरार हुए दो आरोपियों को दूनी की घाड़ पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें अवकाश न्यायालय निवाई में पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया है। हत्या का मुख्य आरोपी अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। थाना प्रभारी नाहरसिंह मीणा ने बताया की गिरफ्तार आरोपी खाटूश्यामजी का वार्ड 17 निवासी सपूत अली पुत्र लियाकत अली तथा वार्ड नम्बर 14 निवासी बाबूलाल पुत्र ताराचंद नायक हैं। जिन्होंने गैरोली निवासी जोधराज की हत्या की थी। इनमें सपूत अली सवाई माधोपुर में फटेहाल में प्लास्टिक व कचरा बीनता पकड़ा गया।
*पिता ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी*
थानाधिकारी ने बताया कि मृतक के पिता बाबूलाल कुमावत ने गत एक नवम्बर को पुत्र जोधराज के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस की शिथिलता बरतने के बाद दो बार पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई करने का ज्ञापन सौंपे जाने पर घाड़ थाना प्रभारी ने पिता से रिपोर्ट लेकर गत 2 दिसम्बर को अपहरण एवं हत्या का मामला दर्ज किया था। इसके बाद पुलिस को मृतक का शव सीकर जिले की खेतड़ी स्थित बीलवा गांव के एक कुएं में मिला था। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताय कि आरोपी बाबूलाल, सपूत अली एवं मुख्य आरोपी कालू गुर्जर ने अपने दोस्त गैरोली निवासी जोधराज की हत्याकर कार बेचने का प्लान बनाया था। आरोपी के बुलावे के बाद गत 29 अक्टूम्बर को जोधराज पिता से कार लेकर शिवदासपुरा (जयपुर) स्थित टोल नाके पर पहुंचा। जहां बाकोटी जिला झुझंनु निवासी आरोपी कालू उर्फ रविन्द्र गुर्जर व बाबूलाल नायक मिले। दोनों आरोपी जोधराज को लेकर 14 नम्बर रोड जयपुर पहुंचे, जहां उनको तीसरा आरोपी सपूत अली मिला। दो आरोपी तो जोधराज के साथ कार तथा तीसरा आरोपी टेम्पों में सवार होकर दिल्ली हाइवे स्थित पावटा पहुंच गए। इसके बाद टेम्पों में आया सपूत अली भी उनके साथ कार में सवार हो गया। तीनों आरोपी जोधराज के साथ कार में सवार होकर कोटपूतली से नीमकाथाना व इसके बाद खेतड़ी-झुझंनु जाने वाले मार्ग की ओर चले गए। अधिक शराब पीने के बाद जोधराज कार में आकर बैठ गया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने जोधराज की हत्याकर कार को बेचने का प्लान बनाया। इसके बाद आरोपी कालू कार चलाकर बीलवा स्थित कुएं तक ले गया। योजनानुसार सभी शोच का बहाना बनाकर नीचे उतर गए।
*फांसी का लगाया था फंदा*
आरोपी सपूत अली ने कपड़े की स्टॉल का फंदा जोधराज के गले में डाल दिया। साथ ही उसके साथ मारपीट की। इससे उसकी मौत हो गई। बाद में आरोपी शव को कुएं में फेंककर कार लेकर कालू के गांव बाकोटी चले गए। सुबह उठकर तीनों कार बेचने हरियाणा चले गए। जहां एक छोटे से गांव स्थित दुकानदार को जोधराज का मोबाइल फोन तीन हजार में बैच दिया। इसके बाद हरियाणा में कई जगह जाकर कार बेचने का प्रयास किया, लेकिन असफल होने पर गत 31 अक्टूम्बर को कार बबाई के जंगलों में छोड़कर चले गए। यहां से आरोपी कालू रिश्तेदारी में तथा बाबूलाल व सपूत अली रींगस आकर मुंबई चले गए।
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