निम्बाहेड़ा-जो साधन में जिता है वो इण्डिया है और जो साधना में जीता है वो भारत है- मुनिश्री 108 विद्यासागरजी महाराज।
वीरधरा न्यूज़।निम्बाहेड़ा@ श्री मनोज सोनी।
निम्बाहेड़ा। सन्त शिरोमणी आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम् शिष्य मुनिश्री 108 विद्यासागरजी महाराज, मुनिश्री 108 शन्तिसागरजी महाराज एवं मुनिश्री 108 प्रशान्तसागरजी महाराज का वंडर सीमेंट लिमिटेड के चैयरमेन अशोक पाटनी, वाईस चैयरमेन विमल पाटनी सहित पुरे पाटनी परिवार, आर के ग्रुप एवं वंडर सीमेंट परिवार की अगुआई में रविवार को कम्पनी परिसर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। इस दौरान पाटनी परिवार ने वंडर सीमेंट परिसर में आगमन पर मुनीश्री को श्रीफल भेंट किया एवं पदप्रक्षालन कर स्वागत किया।
यूनिट हेड नितिन जैन ने बताया कि प्रातः 8:00 बजे वंडर सीमेंट सर्कल पर मुनीश्री का आगमन हुआ जिसके पश्चात् प्रातः 9:00 बजे से कम्पनी परिसर में मुनिश्री के प्रवचन का कार्यक्रम आरम्भ हुआ इससे पूर्व पाटनी परिवार की सुशिला पाटनी ने मंगलाचरण कर “विश्वास की दिवारे छत धर्म की बन जावें । मैरा घर मन्दिर बन जावें। भजन के साथ गुरुवर का स्वागत किया। इस दौरान वंडर सीमेंट लि. के चैयरमेन अशोक पाटनी ने 108 विद्यासागरजी महाराज के आध्यात्मिक जीवन का परिचय सभी से कराते हुए मुनिश्री को नमन कर कहा की मुनिश्री के आगमन से हमारा वंडर परिवार धन्य हो गया हैं। मुनीश्री के स्वागत में किशनगढ़, मन्दसौर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ, नीमच सहित निम्बाहेडा क्षेत्र से बड़ी संख्या में पधारे श्रद्धालुओं ने भी मुनिश्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुनिश्री ने नमोकार मंत्र का उच्चारण के साथ मंगल प्रवचन आरम्भ किया जिसमें मुनिश्री 108 विद्यासागरजी ने “पानी भरते देव है, वैभव होता दास । मृग-मृगेन्द्र मिल बैठते देख दया का वास दोहे के माध्यम से सभी को प्रेरित किया की पुरुषार्थ एवं भाग्य दोनों का समन्वय हो तो भाग्य की सिद्धि होती है एवं जहा दया का वास होता है वहां क्रोध नहीं होता। वजन इन्सान का तराजु पर मत तोलो, क्योंकी आदमी तन से नहीं मन से बड़ा होता हैं। मुनीश्री ने प्रवचन के अन्त में कहा की “मनुष्य को मनुष्य से जोड़ो, दुनिया अपने आप जुड़ जायेगी। महाराज मुनीश्री 108 प्रशान्त सागरजी महाराज ने स्वयं नही अपितु पर कल्याण करने के लिये प्रेरित किया। मुनीश्री 108 शन्तिसागरजी महाराज ने अशोक पाटनी की गुरु श्रृद्धा का उदाहरण देते हुए कहा की नाम केवल सम्पत्ती से नहीं गुरु के आशीष से होता हैं। प्रवचन उपरान्त मुनि संघ आहार चर्या की एवं प्लाण्ट भ्रमण किया। इधर दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता मनोज सोनी के अनुसार मुनि संघ के सोमवार दोपहर निम्बाहेड़ा नगर आगमन पर सकल जैन श्री संघ की अगुवाई में कल्याण चौक पर भव्य अगवानी स्वागत किया जाएगा। मुनि संघ के निम्बाहेड़ा नगर प्रवेश को लेकर श्रद्धालुओ ने जगह जगह मुनि संघ के पद प्रक्षालन व अन्य तैयारी प्रारम्भ कर दी है। मुनि संघ का प्रवास आदर्श कॉलोनी स्थित आदिनाथ मांगलिक भवन में होगा जहां विविध धार्मिक कार्यक्रम होंगे।