नागौर/मेड़ता रोड-ग्राम जारोड़ा में मनाया संविधान दिवस, एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नीरजा दाधीच ने किया संबोधित।
वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@ श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड।26 नवंबर का दिन भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में बहुत विशेष दिन माना जाता है. इस दिन भारतीय लोकतंत्र ये की नींव पड़ी थी. यही वह दिन था जब भारत की आजादी के बाद बनी संविधान सभा ने 1949 को संविधान अपनाया था। इसे हर साल भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं, यह विचार एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नीरजा दाधीच ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जारोड़ा के छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान लिखने वाले सभा में 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद थे संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया , भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से तैयार करने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था। एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने कहा कि दुनिया में भारत एक ऐसा देश है जिसमें हर एक नागरिक को अपनी इच्छा से जीवन यापन करने का अवसर प्रदान किया गया है तथा सभी के प्रति बराबर कानून बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत ऐसा पहला देश है जहां पर ऊंच-नीच तथा भेदभाव को भुलाकर एक समान अधिकार दिए गए हैं। वही समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के अंग्रेजी व्याख्याता मोहम्मद अख्तर नदीम ने भी अपने विचार व्यक्त किए तथा संविधान के रचयिता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का बहु गान किया और कहा कि हमें भारतीय होने पर पूरी तरह से गर्व है क्योंकि इस देश के अंदर अलग-अलग संप्रदाय के लोग होते हुए भी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं सब की बोलियां अलग-अलग है लेकिन फिर भी आपस में मेल मिलाप बनाए हुए हैं ऐसे राष्ट्र निर्माताओं को हम कोटि-कोटि नमन करते हैं। इस दौरान एडीशनल डिस्टिक मजिस्ट्रेट नीरजा दाधीच, न्यायालय के रीडर रामकरण चोयल, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जारोड़ा के ये प्रधानाचार्य सुरेश कुमार निंन्दावत, अंग्रेजी व्याख्याता मोहम्मद अख्तर नदीम, कैलाश चंद टाक, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जारोड़ा पंचायत सहायक विष्णु दत्त शर्मा, अशोक कुमार शर्मा सहित अनेक जले उपस्थित थे।