वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@श्रीए जाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़तारोड-सच्चे दिल से स्मरण करने से भगवान भी भक्त के वश में हो जाते हैं ,मनुष्य को हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए, यह विचार मेड़ता रोड के निकटवर्ती गांव सेनणी में गुरुवार को नोखा रामद्वारा के मंहत त्यागी संत प्रकाशराम महाराज ने कहे, उन्होंने अपने प्रवचनो में आगे कहा कि प्रभु भक्ति ही मुक्ति का माध्यम है तथा मन में दया भाव रखते हुए मनुष्य व जीव जंतुओं से प्रेम रखना चाहिए और सांसारिक दुखों से मुक्ति के लिए भक्ति जरूरी है, सच्ची भक्ति करने से भगवान भी भक्त के वश में हो जाते हैं। इस मौके पर संत रामवल्लभ महाराज ने रामजी रो राख भरोसो म्हारा भाई और मैं पूछूं पंडित जोशी राम मिलन कद होसी , ले ले सुवा हरी रो नाम नाम लिया तिर जासी सहित गुरु शिष्य से संबंधित भजनों की सरिता बहाई, वहीं इस मौके पर सैनणी गांव के धर्म प्रेमी बंधुओं ने संत महात्माओं का फूल बरसा कर स्वागत किया और महिलाओं ने भदावणा गाया। इस मौके पर संत तुकाराम महाराज, फतेराम महाराज और रिटायर्ड कर्नल बाबूलाल प्रजापत, रविप्रकाश, डॉक्टर जोगेंद्र ,शिक्षिका शारदा, सुभाष, समाजसेवी रामकिशोर खुड़खुड़ीया सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।