चित्तोडगढ़-पुठोली शिविर में अधिकारियों ने नही बांटे पट्टे, निराश लोटे अधिकारी, अधिकारियों ने कोरोना की भी जमकर धज्जियां उड़ाई।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तोडगढ़।दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आम जनता ओर किसानो की समस्याओ के समाधान को लेकर प्रदेशभर मे प्रशासन गावो के संग केम्प लगाकर आम जनता को राहत देने का प्रयास कर रहे है ओर आगामी दिनो मे कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावना के चलते आये दिन विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिले के जिला कलेक्टरो की मीटिंग लेकर , कोरोना से लडने के लिये प्रशासन को तैयारिया रखने के निर्देश दे रखे। जिसके चलते जिले के जिला क्लेक्टर ताराचन्द मीणा जिले भर के चिकित्सालयो के दौरे कर व्यवस्थाओ का जायजा लेकर उचित दिशा निर्देश दे रहे है। वही दूसरी ओर चित्तौडगढ जिले के पुठोली गाँव मे प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगाये जा रहे केम्प मे चिकित्सा विभाग के अधिकारीयो की बड़ी लापरवाही देखने मे सामने आई है उनके पास ना खुद के लिए ना आमजन को देने के लिए मास्क थे। शिविर की शुरुआत उपखण्ड अधिकारी ने जय सियाराम और दूसरों के दुखडे दूर करने वाले तेरे दुःख दूर करेंगे राम भजन के बोल से की..तो वही पूरे शिविर में ग्रामीण भी बिना मास्क व बिना सोशल डिस्टेन्स के एक विभाग की टेबल से दूसरे विभाग की टेबल तक घुमते नजर आये। जानकारी के अनुसार शिविर मे 157 पटटे बनाये गए। लेकिन मात्र अपने ही तीन चहेते व्यक्तियों को पट्टो का वितरण जिला प्रमुख सुरेश धाकड़, उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर व प्रधान लक्ष्मीकुंवर राणावत के हाथों किया गया। जिससे चलते अन्य पट्टे लेने वाले ग्रामीणो मे मायूसी देखी गई। वही हिन्दूस्तान जिंक द्वारा जहरीली गैस के रिसाव से किसानो की फसले चोपट हो गई थी। जिसके लिये हिन्दस्तान जिंक द्वारा लगभग 257 किसानों के मुआवजे के चेक बनाये गए। लेकिन किसानों को पँचायत द्वारा जानकारी नही देने पर मात्र 30 किसानों को ही चेक वितरित किये गए। वही इंदिरा आवास बभी विवादों के चलते चर्चा में रहा इंदिरा आवास भी उन्हीं लोगों के पास किये गए जिसके पहले से ही खुद के मकान बने हुए है और रहने की समुचित व्यवस्था है जो बहुत बड़ी जाँच का विषय है। जिसमे कहि न कही दाल में जरूर काला नजर आ रहा है। सूत्रों की माने और वही नाम नही बताने को लेकर एक व्यक्ति ने पट्टो और इंदिरा आवास में भ्र्ष्टाचार की बात कही है। इस पूरे मौके पर मेले जैसे माहौल दिखाई दिया जहा खुलकर कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ी ओर अधिकारी मुखदर्शक बने बेटे नजर आए, वही कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जाने के मीडिया के सवाल का उपखण्ड अधिकारी भी कुछ बोलने का बजाय गाड़ी में बैठकर चल दिये जिससे यह कहा जा सकता है कि जहा एक ओर जिला कलेक्टर निरन्तर जिले वासियों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है वही दूसरी ओर ये अधिकारी खुद ही बेरोकटोक गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे तो फिर जनता पर क्या प्रभाव जाएगा।