वीरधरा न्यूज़।नागौर/कुचेरा@ श्री प्रदीप डागा।
नागौर।निकटवर्ती गांव लूणसरा के दादू द्वारा में परम संत गंगा दास महाराज के शिष्य हाथीराम महाराज एवं प्रभु दास महाराज के वार्षिक बरसी समारोह के अंतर्गत श्रीमद् भागवत कथा पिछले 6 दिनों से चल रही थी जिसका समापन कार्यक्रम एवं रात्रि में भव्य सत्संग एवं संतों का सम्मेलन तथा प्रवचन के साथ संपन्न हुआ। श्रीमद् भागवत कथा का वाचन जोधपुर रामद्वारा के राम सनेही संत श्रवणराम महाराज कर रहे थे। इसी के अंतर्गत रात्रि में भक्ति संध्या कार्यक्रम पौ धाम के महंत रामनिवास महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया । आश्रम के साधक संत प्रीतम दास महाराज ने बताया कि देर रात्रि तक चले इस भक्ति संध्या कार्यक्रम में कुंपड़ास के संत सज्जन दास महाराज ने भक्ति संध्या कार्यक्रम को प्रारंभ किया तत्पश्चात समाड़िया के संत सुंदरदास महाराज, नींबड़ी के ओमदास महाराज, मेड़ता सिटी के संत रमणदास महाराज, लिलिया के संत बहादुर सायब, गणपत दास महाराज, ने संतो की परंपरागत वाणी एवं भजन प्रस्तुत किए इस मौके पर साध्वी टीमू बाई, परमा बाई, रतनी बाई, संत करणाराम, संत मस्तराम महाराज, संत सहजराम महाराज, बाल संत रविदास महाराज, परमानंद महाराज, सहित अनेक संत महात्माओं ने देर रात्रि तक अपने भजनों की प्रस्तुति एवं प्रवचन किए। इस मौके पर पौ धाम के महंत रामनिवास महाराज ने कहा कि सत्संग एक नौका के रूप में हैं हम सभी को इस सत्संग एवं भजन साधन के माध्यम से इस नौका से पार होना चाहिए । नागौर राम द्वारा के महंत जानकी दास महाराज ने इस अवसर पर कहा कि सत्संग में जाने से पुण्य का लाभ प्राप्त होता है तथा श्रद्धा भाव से की गई सत्संग में ही मोक्ष मिलता है उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों की शरण में जाने से परमात्मा लोक की प्राप्ति होती है भजन और साधना करने से सभी कर्मों का क्लेश मिट जाता है। इस अवसर पर जगदीश रामसनेही, विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री मेघराज राव महिपाल चौयल, राधेश्याम बादनू, हिमांशु सुजानगढ़, दयाराम सहित अनेक संत महात्मा, भजन गायक, तथा लूणसरा सहित आसपास के गांवों के भक्त गण माता बहने मौजूद रहे । प्रातः काल संतों की महाआरती संतवाणी का पाठ एवं महाप्रसादी के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया तथा दूर दराज से आए हुए सभी संतो को विदाई दी गई।
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