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राशमी-कार्तिक पूर्णिमा पर मातृकुंडिया में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, बारिश व तेज सर्दी के बावजूद श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी।

वीरधरा न्यूज़। राशमी@ श्री शंभुलाल आचार्य।


राशमी।उपखंड क्षेत्र में स्थित मेवाड़ के हरिद्वार के नाम से प्रख्यात मातृकुंडिया में कोरोना काल के चलते दो साल से लगी तमाम बंदिशों के बाद जब राहत मिली तो बारिश व तेज सर्दी के बावजूद बनास नदी के गंगा घाट पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार तड़के ही गंगातट पर स्नान ध्यान करने वालों का सिलसिला शुरू हो गया था। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने तट पर बैठे जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा दी। श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर भगवान सत्य नारायन की कथा सुनी। दिन भर कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए लोगों के आने का सिलसिला थमा नहीं। मातृकुंडिया स्थित मंगलेश्वर महादेव के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बनास नदी स्थित गंगा कुंड में पवित्र स्नान कर लोगों ने बास बोया फानूस से नाव बनाकर दीप जलाकर नदी में छोड़ा। मेवाड़ के हरिद्वार के नाम से प्रख्यात मातृकुंडिया में चित्तौड़गढ़ जिले सहित उदयपुर, भीलवाड़ा,राजसमंद,प्रतापगढ़ , मारवाड़ वागड़ मालवा अंचलों से श्रद्धालु पहुंचे। कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जाब्ता तैनात था। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र के सबसे बड़े इस ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेले में हजारों श्रद्धालु आते हैं, किंतु इस ऐतिहासिक धार्मिक तीर्थ का चहुमुखी विकास करने के प्रति अभी तक सरकार उदासीन बनी है।

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