वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।संयुक्त किसान मोर्चा चित्तौड़गढ़ की एक बैठक का आयोजन आज दोपहर 2:00 बजे जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर उद्यान में संपन्न हुई जिसमें 27 सितंबर को चित्तौड़गढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद की रूपरेखा निर्धारित की गई। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक शांतिलाल त्रिवेदी ने बताया की 27 सितंबर को किसान मोर्चा के द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है जिसे पूरे देश के सभी किसानों एवं उनसे जुड़े हुए लघु उद्योगों को बचाए रखने की मुहिम में बंद को सफल बनाया जाना नितांत आवश्यक है। हालाकि शाजहापुर खेड़ा बॉर्डर पर किसान मोर्चा द्वारा नौ माह बीतने के बाद भी केंद्र सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है वही किसान मोर्चा के प्रभात सिन्हा ने बताया कि राजस्थान में 25 सांसद भाजपा सरकार के होने के कारण राजस्थान में किसान आंदोलन को दबाए रखने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। उसके बावजूद भी पंजाब और हरियाणा से सटे हुए जिले जिसमें भरतपुर, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, सीकर, झुंझुनू, बीकानेर और चूरू के किसान बहुत ही बड़े स्तर पर किसान आंदोलन में सक्रिय है उन्होंने बताया कि पंजाब और हरियाणा का किसान शिक्षित एवं समृद्ध है इसलिए वह भाजपा की किसान विरोधी नीति को समझ चुका है किंतु राजस्थान की सरकारों ने हमारे राजस्थान के किसानों को शिक्षा से वंचित रखा है। राजस्थान की सरकारी शिक्षा प्रणाली को पंगु करते हुए सरकारों ने राजस्थान के गरीब, गांव और किसान को शिक्षा और समृद्धि के स्तर पर उठने नहीं दिया गया। दक्षिण राजस्थान के किसान आज तक सरकारी सेवाओं में प्रतिभागी तक नहीं बन पा रहे हैं बेरोजगारी और अशिक्षा चरम पर है और यदि किसानों के बच्चें किसी तरह पढ़ भी रहे हैं तो उनको सरकार द्वारा रोजगार से वंचित किया गया है। सीकर झुंझुनू और शेखावटी के किसान पंजाब और हरियाणा के प्रभाव के कारण शिक्षित एवं समृद्ध हो चुके हैं जो कि भाजपा की किसान और गरीब विरोधी गतिविधियों को पूरी तरह से समझ चुके हैं। यहां तक कि प्रभात सिंहा ने केन्द्र सरकार पर किसान आंदोलन को विफल करने का भी आरोप लगाते हुए कहा है कि इन्होंने हमारे किसान मोर्चा में भी अपने कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाते हुए धोखे से पदस्थापित करा दिया है ताकि आंदोलन को विफल किया जा सकें लेकिन किसान मोर्चा केंद्र की किसान विरोधी रणनीति को सफल नहीं होने देगी और हमारे देश के किसानों को बर्बाद होने से बचाने के लिए देश में किसान क्रांति को जन्म देंगे।
बैठक में शांति लाल त्रिवेदी अध्यक्ष किसान महासभा और संरक्षक संयुक्त किसान मोर्चा के साथ राजस्थान किसान सभा के प्रभात सिन्हा, भारत किसान टिकैट यूनियन से लेहरु लाल जाट दौलतपुरा, अखिल भारतीय किसान सभा से देवीलाल भील चतुर्भुजपूरा कपासन, अखिल भारतीय किसान सभा से गोपाल शर्मा हिंगोरिया कपासन, रतन लाल शर्मा घोसुंडा चित्तौड़गढ़, भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अभियंता अनिल सुखवाल के साथ भारतीय किसान टिकैत यूनियन के जिला उपाध्यक्ष हरि सिंह चुंडावत सम्मिलित थे। इन्होंने 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद को पुरजोर प्रयास के साथ सफल बनाने का आह्वान किया ।