वीरधरा न्यूज़।जयपुर@श्री राहुल भारद्वाज।
जयपुर। भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार को शासन सचिवालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने गए जहा उनको ठोस आश्वासन नही मिलने पर अचानक वही धरने पर बैठ गए। काफी मशक्कत के बाद अधिकारियों ने समझाइश कर उन्हें उठाया।
बता दे कि जयपुर की आमागढ़ पहाड़ी पर केसरिया भगवा ध्वज फाड़े जाने के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम मुख्य सचिव निजरंन आर्य को ज्ञापन देने गए मीणा को जब ठोस आश्वासन नहीं मिला तो वह सचिवालय में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के पास धरने पर बैठ गए। मीणा के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही अधिकारी में हड़कंप मच गया सभी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाइस कर धरने से उठाया।
सांसद मीणा ने केसरिया ध्वज फाड़े जाने की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) से करवाने की मांग की है। साथ ही भगवा ध्वज फाड़े जाने के मामले में उन्होंने निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की आलोचना की है।
किरोड़ी लाल ने कहा कि रामकेश मीणा अपने निजी स्वार्थों के लिए सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना चाहते हैं। वह आदिवासी मीणा समाज के कुछ लोगों को भ्रमित कर हिंदू धर्म के खिलाफ भड़का रहे हैं। यह कहा जा रहा है कि मीणा समाज हिंदू धर्म में नहीं बल्कि अलग से आदिवासी है। उन्होंने कहा कि पन्ना मीणा कुंड का नाम भी बदल कर पन्ना मिया कर दिया गया, ओर मीणा समाज हिंदू था और रहेगा, उन्होंने हम सबको हिन्दू नही है ऐसा कहकर बदनाम किया है, जिससे समाज की आस्था को ठेस पहुंची है, उन्होंने मामले की एनआइए से जांच करवाने और रामकेश मीणा को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।