वीरधरा न्यूज़।डेगाना@ श्री महेन्द्र कुमावत।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल द्वारा जारी एडवायजऱी के क्रम में मंगलवार को बाल कल्याण समिति न्यायपीठ नागौर अध्यक्ष मनोज सोनी ने डेगाना उपखंड मुख्यालय का दौरा किया। उपखंड मुख्यालय के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बने कोविड वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण कर शिशु डेडिकेटेड कोविड़ वार्ड की स्थापना को लेकर आधारभूत सुविधाओं को देखा ओर निरीक्षण किया। इसको लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बाल अधिकारीता विभाग के सहायक निदेशक संजय सांवलानी के साथ बीसीएमओ डेगाना डॉ. रामकिशोर सारण एवं अस्पताल प्रभारी डॉ. संजय केडिय़ा के साथ शिशु कोविड़ वार्ड को लेकर समीक्षा बैठक में चर्चा की। शिशु डेडिकेटेड कोविड़ वार्ड की स्थापना, शिशु कोविड़ वार्ड की चिकित्सा व्यवस्थाओं, आधारभूत सुविधाओं, बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, वार्ड इंचार्ज, नर्सिंग स्टाफ उनके मोबाइल नंबर सहित आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारियां ली। इसको लेकर समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया की कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर से बच्चों की सुरक्षा करने के लिए आवश्यक उपायो की स्थापना एवं शिशु डेडिकेटेड कोविड़ वार्डों में बच्चों से संबंधित आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता आवश्यक है। ताकी बच्चों का स्थानीय स्तर पर बेहतरीन इलाज संभव हो पाए। उन्होंने बताया कि बाल आयोग की एडवायजऱी एवं बाल आयोग द्वारा जारी निर्देशो को लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी, सहायक निदेशक बाल अधिकारीता संजय सांवलानी भी जिले में शिशु वार्डों का निरीक्षण करेंगे। शिशु डेडिकेटेड कोरोंना वार्डों की सुविधाओं, चिकित्सा सुविधाओं बारे में निरीक्षण करेंगे ताकि बच्चों को अच्छे से अच्छा एवं स्थानीय स्तर पर इलाज मिलना सम्भव हो पाए। इस मौके पर बीसीएमओ डॉ. रामकिशोर सारण, अस्पताल प्रभारी डॉ. संजय केडिय़ा, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. रामेश्वर बेनीवाल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेमरतन गोदारा सहित अस्पताल स्टॉफ मौजूद रहा। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया की कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों में इसके संक्रमण की आशंका के तहत उनके बचाव को लेकर जिले में उपखण्ड व ग्राम स्तर तक प्रयास शुरु कर दिए गए है। बाल आयोग व जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा शिशु वार्डों में आधार भूत सुविधाओं को लेकर आदेश निर्देश जारी किए गए है। स्थानीय स्तर पर कमेटी गठन कर जिम्मेदारी तय की गई है। ताकी बच्चों को स्थानीय स्तर पर, अपने गांव के ही अस्पताल में अच्छे से अच्छा इलाज मिल पाए। समिति जल्द ही जिलेभर में शिशु डेडिकेटेड कोविड वार्डों का निरीक्षण कर शिशु वार्ड में वेटिंलेटर, ऑक्सीजन, चिकित्सक, नर्सिंग कर्मी एवं इन अस्पतालों में बच्चों से संबंधित आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता को देखेगी। एवं निरीक्षण कर शिशु चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराएगी।
बच्चों के मनोरंजन से युक्त होंगे शिशु डेडिकेटेड कोविड वार्ड
संक्रमण के दौर में सम्भावित लहर को देखते हुए बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया की शिशु डेडिकेटेड कोविड़ वार्ड सिर्फ कोविड़ वार्ड ही नही बने बल्कि एसे वार्डों में बच्चों से जुड़े मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध हो। ताकी इलाज एवं मनोरंजन दोनो साथ साथ हो पाए। इसको लेकर बाल मनो विशेषज्ञों, शिशु रोग विशेषज्ञों की राय के आधार पर बच्चों के लिए शिशु वार्ड में इलाज के साथ साथ मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध कराने के प्रयास होंगे।