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विवाह ख़ुशी का अवसर होता है, इसे बाद में प्लान करें, अभी न तो मेहमान आएँगे और न ही ठीक से सेलिब्रेट कर पाएंगे’’ –जिला कलक्टर

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़ । जिला कलक्टर ताराचंद मीणा और जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने आखा तीज पर होने वाले विवाहों के मध्यनजर गुरुवार शाम सभी सामाजिक सगठनों की बैठक बुलाई। बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि शादी एक ख़ुशी का अवसर होता है, इस समय अगर शादी की तो न नाच-गाना होगा, न बैंड-बाजा होगा और न ही आप खुशियाँ मना पाएंगे, इसलिए बेहतर है कि इसे आगे के लिए स्थगित करें एवं हालात सामान्य होने पर सेलिब्रेट करते हुए शादी करें।

जिला कलक्टर की इस बात पर बैठक में मौजूद सभी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हाथ खड़े पर एक साथ निर्णय लिया कि कोरोना महामारी की भयावहता के मद्देनजर कोई विवाह समारोह नहीं होने देंगे। विवाह घरों में ही 11 लोगों की उपस्थिति में संपन्न होंगे, जिसमें कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह पालना की जाएगी। सभी ने यह भी संकल्प लिया कि खुद भी जागरूक रहेंगे एवं अपने समाज के लोगों को भी जागरूक करेंगे। इस पर कलक्टर और एसपी ने सभी का आभार व्यक्त किया।

जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि कोई भी समस्या होने पर सीधे उनसे संपर्क किया जा सकता है एवं यही बात जिला एसपी ने भी कही। बैठक में जिला कलक्टर ने सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने समाज में होने वाली शादियों को लेकर आयोजनकर्ताओं को जागरूक करें, उन्हें विवाह स्थगित करने के लिए प्रेरित करें एवं घरों में ही 11 लोगों की सीमा को ध्यान में रखते हुए ही विवाह करें। कलक्टर ने कहा कि वे आखा तीज को लेकर समस्त कार्मिकों को प्रभावी निगरानी एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित कर दिया है। उन्होंने कहा कि घटना होने के बाद कार्रवाई से बेहतर यह है कि हम पहले ही अलर्ट हों।

ख़ुशी के अवसर को ख़ुशी के माहौल में ही सेलिब्रेट करें –जिला कलक्टर

जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बैठक में कहा कि शादी एक ख़ुशी का अवसर होता है, नाच गाना होता है, लोग मिलते-जुलते हैं, खुशियाँ मनाते हैं। ऐसे में इस मौके को यादगार बनाने के लिए कोरोना महामारी के जाने का इंतज़ार करें एवं कम से कम दो माह बाद अपने विवाह कार्यक्रमों को प्लान करें, ताकि सभी के लिए ये क्षण यादगार रह पाएं। उन्होंने कहा कि इस समय माहौल ठीक नहीं है, कोरोना महामारी काई फ़ैल चुकी है, अभी शादी की तो न मेहमान आ पाएंगे न ही ठीक से सेलिब्रेट कर पाएंगे। सामाजिक संगठनों ने भी जिला कलक्टर की इस बात से सहमति जाहिर करते हुए अपने-अपने समाज द्वारा गाइडलाइन का पालन करवाने हेतु जिला प्रशासन को आश्वस्त किया।

सहयोग हेतु सभी का आभार –एसपी

एसपी दीपक भार्गव ने भी कहा कि इस समय लगभग सभी लोगों ने अपने किसी न किसी मित्र या रिश्तेदार को खोया है, जिससे इस महामारी की भयावहता को समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि शादी जैसे हर्षोल्लास आयोजन को कोरोना के इन हालातों के बीच करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी कोई भी व्यक्ति ठीक से अपनी शादी को सेलिब्रेट नहीं कर पाएगा, इसलिए बेहतर है कि कोरोना के जाने के बाद ही शादी करें ताकि आप इस यादगार मौके पर खुशियाँ मना पाएं, इससे आप भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी रख पाएंगे। उन्होंने कोरोना काल में मिले सहयोग के लिए जिले के समस्त सामाजिक संगठनों का आभार व्यक्त करते हुए आभार व्यक्त किया।

वैवाहिक कार्यक्रमों को लेकर यह है गृह विभाग की गाइडलाइन

गृह विभाग की गाइडलाइन के अनुसार 31 मई तक विवाह से संबंधित किसी भी प्रकार के समारोह, डीजे, बारात निकासी, प्रीतिभोज इत्यादि की अनुमति नहीं होगी। विवाह घर पर ही अन्यथा कोर्ट मैरिज के रूप में करने की अनुमति होगी जिसमें सिर्फ 11 व्यक्ति अनुमत होंगे। विवाह में बैंड बाजा, हलवाई, टेंट एवं इस प्रकार के किसी भी व्यक्ति के सम्मिलित होने की अनुमति नहीं होगी।

शादी के लिए टेंट हाउस एवं हलवाई से संबंधित किसी भी प्रकार के सामान की होम डिलीवरी की भी अनुमति नहीं होगी। गाइडलाइन के अनुसार मैरिज गार्डन, मैरिज हॉल एवं होटल परिसर को शादी समारोह हेतु बंद रखा जाएगा एवं नियम का उल्लंघन पाए जाने पर जुर्माना लगा कर परिसर को सीज कर दिया जा सकेगा। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के सामूहिक भोज की अनुमति नहीं होगी।

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