कोरोना वायरस से लोगों में भय व्याप्त है। खौफ का पर्याय बन चुका कोरोना सामान्य जनजीवन को झकझोरते हुए गरीब आदमी की रोजी रोटी को प्रभावित कर रहा है। उपखंड मुख्यालय सहित क्षेत्र के लोगों में कोरोना वायरस को लेकर भय व्याप्त है। कोरोना का भय मेवाड़ के हरिद्वार मातृकुंडिया स्नानार्थियों पर भी दिखाई दे रहा हैं । जहां दूर-दराज से हजारों की संख्या में श्रद्घालु स्नान करने आते है वही मातृकुंडिया के घाटो पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हर रोज सुबह से ही गुलजार रहने वाले घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दुसरे राज्यों और जिलों से आने वाले यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है। बस स्टैंड और मातृकुंडिया की पेढीयों पर अच्छी खासी भीड़ नजर आती थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते सब थम गया। जिसका प्रभाव दुकानदारों पर भी साफ दिखाई दे रहा हैं । घाटों के किनारों पर व्यवसाय करने वाले लोगों का परिवार संकट में आ गया है। नारीयल, प्रसाद,माला, अगरबत्ती, आदि लेकर बैठे हुए दूकानदारो को दिन भर खाली बैठा रहना पड़ रहा है। स्थानीय पुजारियों का कहना है कि कोरोना महामारी में सिर्फ अस्थि विसर्जन के लिए लोग आ रहे हैं । पुलिस प्रशासन भी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिसकर्मी आमजन को अति आवश्यक कार्य नहीं होने पर घरों में ही रहने की अपील करते भी दिखाई दे रहे हैं।