वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। विश्व पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण गतिविधि व चित्तौड़ महोत्सव समिति (चित्तौड़ी आटम) के पदाधिकारियों ने भूमि पूजन किया और वृक्षारोपण कर पर्यावरण के माध्यम से पृथ्वी को बचाने का संदेश दिया।
यह जानकारी देते हुए गतिविधि के कार्यकर्ता सुनिल अग्रवाल ने बताया कि आज सम्पूर्ण विश्व पृथ्वी दिवस मना रहा है इसी के तहत पर्यावरण गतिविधि के धार्मिक कार्यविभाग की अखिल भारतीय टोली के सदस्य धर्मपाल गोयल, चित्तौड़ महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा ने खामका बालाजी मंदिर में सांकेतिक रूप से धरती माता का पूजा कर, वृक्षारोपण कर कार्यक्रम की शुरूआत की। मंदिर परिसर में पारस, पीपल तथा करंज के पौधे लगाये गये तथा पक्षियों के लिये परिण्डे बाँध पपर्यावरण के प्रति अपने संकल्प को दोहराया। उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए धर्मपाल गोयल ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में पर्यावरण संरक्षण की कितनी आवश्यकता है, यह अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देख कर समझा जा सकता हैं। 190 से अधिक देश आज पृथ्वी दिवस के रूप में मना रहे हैं। यह चिन्ता जाहिर करती है कि पृथ्वी पर पर्यावरण की चिन्ता यहाँ के पर्यावरणविदों को है।
चित्तौड़ महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा ने कहा कि अपने जीवन में 10 पौधे लगाकर उन्हें पेड़ बनाने का संकल्प करना चाहिये। हमारे जीवन का अंत होता है तो हम दो पेड़ साथ लेकर जाते हैं। हमें पर्यावरण की महत्ता को समझना चाहिये। इससे ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से भी बचा सकता है।
इस अवसर पर कोविड-19 गाईड लाइन की पालना करते हुए धर्मपाल गोयल, मुकेश नाहटा, सुनिल अग्रवाल योगेश अग्रवाल, दीपक अहीर, आशुतोष छीपा, मंदिर महंत आदि उपस्थित थे।