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चित्तौड़गढ़ में महारानी अवन्तीबाई लोधा के 163 वे बलिदान दिवस पर उनके छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।


शनिवार को महारानी अवन्तीबाई लोधा का 163वा बलिदान दिवस शहीद स्मारक प्रताप नगर चित्तौड़गढ़ में वीरांगना अवंती बाई लोधा के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर क्षत्रिय लोधा समाज विकास समिति के युवा जिला अध्यक्ष मिट्ठू लोधा ने जीवनी का परिचय दिया और कहा कि 1857 की महानायका थी जिन्होंने क्रांति की आग जलाई एवं अंग्रेजों को लोहे के चने चबाने को मजबुर कर दिया अपने देश की संस्कृति एवं आन बान के खातिर अपनी जान को कुर्बान किया। पड़ोसी राजाओं को पत्र लिखा था पत्र के अंदर चूड़ियां भेजी और लिखा था कि या तो अंग्रेजों से लड़ने के लिए तैयार हो जाओ या चूड़ियां पहन के बैठ जाओ जिससे चारो ओर क्रांति भड़क उठी थी युद्ध में अंग्रेजों से लड़ते लड़ते अपने को चारों और गिरा देख अपनी तलवार गोप कर एक सांस का प्रतिक अपनाया लेकिन गुलामी स्वीकार नहीं की 20 मार्च 1858 में अंतिम सांस ली।
श्रद्धांजलि समारोह प्रांतीय उपाध्यक्ष शिव लाल लोधा की अध्यक्षता में मनाया गया। समाज के सभी समाज बन्धुओं ने वीरांगना अवन्तीबाई लोधा को पुष्प अर्पित किए जिसमें गणमान्य समाज बन्धु पीपी लोधा पूर्व कृषि प्रसार अधिकारी, आसाराम राजपूत पूर्व रेलवे मैकेनिकल, भगवान सिंह लोधा सुपरवाइजर हाउसिंग बोर्ड, शिव प्रकाश लोधा प्रांतीय प्रचार मंत्री, जिला उपाध्यक्ष देवीलाल लोधा, युवा जिलाध्यक्ष मिट्ठू लोधा, युवा महासचिव रमेश लोधा,युवा विधि सलाहकार राजेंद्र लोधा, देवीलाल लोधा युवा मीडिया प्रभारी, पटेल सोहन लोधा, शंकर लोधा, रामगोपाल लोधा, रमेश लोधा, फूलचंद लोधा, कार्यक्रम के अंत में देवीलाल लोधा जिला उपाध्यक्ष ने सभी समाज बन्धुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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