वीरधरा न्युज। भीलवाड़ा @ श्री पंकज पोरवाल।
भीलवाड़ा।महावीर हनुमान सेवा संस्थान एवं भारत विकास परिषद महाराणा प्रताप शाखा के संयुक्त तत्वावधान में हनुमान जन्मोत्सव एवं रामनवमी के पावन अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। आयोजन में कुल 128 यूनिट रक्त संग्रहित कर समाज सेवा की दिशा में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया। यह शिविर न केवल मानव सेवा का प्रतीक बना, बल्कि युवाओं में जागरूकता और समर्पण की भावना का भी संचार किया। मौके पर लोगों की शुगर और बीपी चेक करने के बाद ब्लड कलेक्ट किया गया। संस्थान द्वारा पिछले 14 वर्षों से यह आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ महंत मोहन शरण जी द्वारा हनुमानजी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष राजेन्द्र मुंदडा एवं संरक्षक धनराज जाजू उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष राधेश्याम सोमानी, उद्योगपति श्याम सुंदर चांडक, राधाकृष्ण सोमानी, गजानंद बजाज, कैलाश अग्रवाल, आशीष तोतला, शाखा अध्यक्ष प्रेम नारायण मिश्रा, सचिव सतीश बोहरा एवं वित्त सचिव हरिप्रसाद राठी विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिविर में रामस्नेही चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र की चिकित्सा टीम द्वारा सेवाएं दी गईं। कुशल चिकित्सकों और स्टाफ द्वारा रक्तदाताओं की जाँच और देखरेख की गई, जिससे पूरा कार्यक्रम सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हुआ। समाजसेवी महेश जाजू ने 57वीं बार और कैलाश आचार्य ने 51वीं बार रक्तदान कर सेवा और समर्पण का प्रेरणास्रोत प्रस्तुत किया। वहीं 34 युवाओं ने पहली बार रक्तदान किया, जो आने वाली पीढ़ी की सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 8 महिलाओं ने भी रक्तदान कर यह सिद्ध किया कि नारी शक्ति समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रही है। अनेक महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर रक्तवीर विक्रम दाधीच, गोपाल विजयवर्गीय एवं राकेश काबरा ने भी शिविर में उपस्थित होकर रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के सचिव परमेश्वर शर्मा, कार्यक्रम संयोजक राजेश शर्मा प्रचार-प्रसार मंत्री कृष्ण गोपाल शर्मा, राम प्रहलाद शर्मा, बालकिशन पाराशर, प्रताप सिंह पंवार, पंकज अग्रवाल, राकेश काबरा, राजेश बियानी, नवीन जाजू, राजू समर शर्मा, सिद्धांत गौतम सहित परिषद एवं संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।