वीरधरा न्यूज।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। भारतीय दलित साहित्य अकादमी चित्तौड़गढ़ एवं डॉ भीमराव अम्बेडकर नागरिक संघ चित्तौड़गढ़ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अम्बेडकर पखवाड़ा कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत भील बस्ती कश्मोर में वरिष्ठ अध्यापक गोरी लाल भील की अध्यक्षता में सामाजिक न्याय पर चिन्तन किया गया। गोरी लाल भील ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा साहब के दिए मौलिक अधिकारो से ही शिक्षक बने बच्चियों को पढ़ाया। एक बच्ची एयरहोस्टज बनी तथा बाकी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं।
पखवाड़ा संयोजक बाबू लाल जीनवाल ने सभी को नशे से दूर रह कर बच्चों को पढ़ाने पर जोर दिया।
सह आचार्य निर्मल देसाई ने सामाजिक न्याय पर चर्चा करते हुए कहा बालिकाओं को शिक्षित कर हम बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
बाबा साहब की जीवनी की 24 बुकलेट वितरित की गई।
गोष्ठी में नारायण लाल भील, पप्पू सिंह, घीसा लाल, जगन्नाथ भील, हंसराज भील ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बाबा साहब के जयंती पर स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम करने एवं उनके बताए गए मार्ग पर चलने का प्रण लिया।
गोष्ठी में नारायणी देवी, नोजी देवी, कमला देवी, काली देवी, कंकू देवी, ममता भील, रितु बाला भील, कंकू भील, लक्ष्मी, सोनिया, बाबू कुमारी, गोपाल लाल, रामदेव, अनिल, दिलखुश, राधेश्याम भील, कालू लाल भील उपस्थित रहे।