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सहकारिता मंत्री कि विधानसभा के हाल हो रहे बेहाल रेगिस्तान जैसे हालत मे जी रहे सेठवाना गाँव के बाशिंदे, पानी की भारी किल्लत, वोट मांगने वाले नेता ओर अधिकारी सब गायब।

 

वीरधरा न्यूज।डूंगला@ श्री मोहन दास वैरागी।

डूंगला। उपखण्ड क्षेत्र के देलवास ग्राम पंचायत का सेठवाना गाँव जो सहकारिता मंत्री गौतम दक की विधानसभा में आता है, जहां आजकल जैसलमेर के रेगिस्तान जैसे हालत बने हुए है। ग्रामीणों का कहना चुनावो मे लम्बे चोडे भाषण देने वाले नेता अब पेयजल संकट पर चुप्पी साध कर गायब हो गये है।
जानकारी अनुसार सेठवाना गाँव के लोगो द्वारा बताया गया है की अभी मार्च महीने मे भी पेयजल के हालत बद से बदतर होने लगे है, जबकि अभी अप्रेल, मई, जून बाकी है ओर सेठवाना गाँव के हालत इतने खराब है की जैसे रेगिस्तान के गाँवों की हालत हो। पेयजल संकट के साथ साथ अघोषित बिजली कटौती भी आग मे घी का काम कर रही हैं। सेठवाना गाँव के ग्रामीण अपने गाँव से करीब तीन से चार किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाने को मजबूर है, लेकिन विभागीय अधिकारियों के कान पर जु तक नही रेंग रही हैं, यही हालत रहे तो आने वाले महीनो मे सेठवाना गाँव के हालत ओर भी खराब हो सकते है।

सहकारिता मंत्री कि विधानसभा व गृह क्षेत्र के हाल हो रहे बेहाल

डूंगला उपखण्ड का सेठवाना गांव प्रदेश के सहकारिता मंत्री गौतम दक का विधानसभा क्षेत्र और गृह क्षेत्र होने के बावजूद ये हालात हो रहे है, जिस पर भी ग्रामीणों ने रोष जताया है।
सेठवाना गाँव के ग्रामीणों ने जल्द से जल्द पेयजल संकट दूर करने की विभाग से मांग की है। बता दे कि सेठवाना गाँव की आबादी करीब तीन हज़ार से अधिक है लेकिन पूरे गाँव मे मात्र चार हेंडपम्प एवं एक ट्यूबवल है जो भी पानी की जगह हवा फेंक रही हैं, सेठवाना गाँव करीब तीन किलोमीटर की परिधि मे फैला हुआ है जो ग्राम पंचायत मुख्यालय से बड़ा राजस्व गाँव है, इस गाँव की सीमा जिले की अंतिम सीमा पर स्थित होने से इस ओर कोई भी जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं देते है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि पेयजल समस्या से जल्द निजात नही मिली तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, सेकड़ो ग्रामीण महिला पुरुष उपखंड कार्यालय पहुँच मटके फोड़ते हुए कार्यालय का घेराव कर उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जवाबदेही विभाग की रहेगी ।

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