शंभूपुरा खेल मैदान का विकास की जगह विनाश ग्राम पंचायत ओर जिम्मेदारों की लापरवाही से खिलाड़ियों का भविष्य अंधकारमय।
वीरधरा न्यूज़।शंभूपुरा@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ की शंभूपुरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजकीय विद्यालय का खेल मैदान जहाँ पूरे गांव और क्षेत्र के बच्चें ओर खेलप्रेमी बरसो से खेलते आ रहे है, जिसे तानाशाही पूर्वक अपने हित मे स्थानीय सरपँच द्वारा उपयोग में लेने से पूरे खेल मैदान में विकास की जगह जो था उसका भी विनाश कर दिया, बावजूद इसके ना ग्राम पंचायत की नींद उड़ रही ना ही कोई अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे जिससे क्षेत्रवासियों ओर खेल प्रेमियों में खासा रोष है।
गौरतलब है कि क्षेत्र का यह एक मात्र खेल मैदान है वही स्कूली बच्चों के किये भी यह काफी उपयोगी था लेकिन यह खेल प्रेमियों का दुर्भाग्य ही समझो कि पिछले कुछ सालों से स्थानीय शंभूपुरा सरपँच जो स्वयं ठेकेदार भी है जो अपने निजी उपयोग के लिए इस पर कब्जा जमाए हुए है, कई बार गांव वालों द्वारा शिकायत के बावजूद कोई असर नही जिससे क्षेत्र के युवाओं और बच्चो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, कहने को तो वहाँ खेल स्टेडियम बनाने की बात चल रही थी लेकिन वहाँ जाकर देखने पर स्थिति पता चलती है कि जगह जगह ठेकेदार सरपँच द्वारा अपनी निजी निर्माण सामग्री डाल रखी है तो कही अपनी मशीन, गाड़िया आदि खड़ी कर रखी है जिससे पूरा खेल मैदान कबाड़ बनकर अनुपयोगी बना हुआ है, जिसे काफी लंबा समय हो जाने के बाद भी हाल जस के तस बने हुए है।
जिला कलेक्टर के आदेशों कि उड़ रही धज्जियां
कुछ समय पहले जिला कलेक्टर आलोक रंजन द्वारा क्षेत्र का दौरा करने पर बड़ी संख्या में पहुचे ग्रामीणों ने स्थानीय सरपँच अजय चौधरी द्वारा खेल मैदान पर व ग्राम पंचायत परिसर में किये गए अवैध अतिक्रमण की शिकायत करते हुए खेल मैदान को खाली करवाने ओर पंचायत परिसर से ठेकेदार सरपँच की मशीने व गाड़िया हटाने की शिकायत कि थी जिस पर जिला कलेक्टर ने सरपँच को तुरन्त खेल मैदान खाली करने और आगे से अपने निजी वाहन ओर मशीनें पंचायत में खड़ी नही करने के निर्देश दिए लेकिन काफी समय बाद भी सरपँच द्वारा जिला कलेक्टर के आदेश ना मानकर जिला कलेक्टर के आदेशों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों सहित खेल प्रेमियों में स्थानीय सरपँच सहित प्रसासन के खिलाफ खासा रोष व्याप्त है।