वीरधरा न्यूज़।भूपालसागर @ श्री अशोक शर्मा।
भूपालसागर। राजपुरा कानोड़ के पास नूतन जिनालय जिसकी प्रतिष्ठा 7 को होने वाली है ऐसे आदेश्वर तीर्थ राजपुरा मे अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में जैनाचार्य रत्नसेन सुरी जैनाचार्य पद्मभूषण रत्न सूरी जैनाचार्य निपुणरत्न सूरी आदि 68 साधु साध्वी की शुभ निश्रा मे मेवाड़ गौरव महोत्सव द्वारा आयोजित भव्यातिभव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत आज महोत्सव के छटवे दिन प्रातः मंदिर मे एवं अयोध्या नगरी मे प्रभु ऋषभदेव भगवान के विवाह राज्यभिषेक एवम नौ लोकान्तिक देवो की तीर्थ प्रवर्तन की हार्दिक विनती का भव्य कार्यक्रम हुआ इस प्रसंग पर प्रभु का 273 विशेषणो से युक्त शक्रत्सव स्तोत्र के मंगल पाठ के साथ विविध ओषधियों के द्वारा महाभिषेक का कार्यक्रम हुआ शाम को महाआरती हुई
इस प्रसंग पर प्रवचन देते हुए जैनाचार्य श्री ने कहा की अनंतकाल से चार गति रूप संसार में परिभ्रमन करती हुई हमारी आत्मा के साथ अन्य अनेकानेक आत्माओ का संबंध हुआ है संसार के यह सारे संबंध हमारी आत्मा को संसार सागर मे डुबाने वाले जबकी परमात्मा के साथ होने वाला संबंध हमारी आत्मा को संसार सागर से पार उतारने वाला है। आज तक हमारा संसार परिभृमण चल रहा है यह सिद्ध करता है की हमारा परमात्मा के साथ मे जिस प्रकार का संबंध जुड़ना चाइये था वह अब तक नही जुड़ पाया है
सांसारिक संबंधो के विवाह प्रसंग हमें पाप कराने वाले है जबकी परमात्मा के विवाह प्रसंग मनाने के दवारा भी हम परमात्मा से जुड़ते है तों वह पुण्य की वृद्धि कराने वाला होता है परमात्मा से संबंध जोड़ने के लिए नियमित प्रभु दर्शन, प्रभु पूजन आदि भक्ति कार्यक्रम निमितवासी जीवो के लिए अनिवार्य है।
कल गुरुवार महोत्सव के सातवे दिवस प्रभु का दीक्षा कल्याणक का भव्य वरघोड़ा एवं दीक्षा विधि का मंगल विधान होगा और शुक्रवार को शुभ मुहूर्त मंगलकारी प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा।