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चित्तौड़गढ़ की इस बेटी ने बढ़ाया गौरव, 9 वर्ष की उम्र से ही प्लास्टिक के विरुद्ध चला रखा अभियान।

वीरधरा की वीर बेटियां


जब बात महिला दिवस की हो और महिलाओं के सम्मान की हो तो चित्तौड़गढ़ की बेटी दिव्या कुमारी जैन का भी नाम अग्रिम पंक्ति में आता है, क्योकि खेलने कूदने की उम्र से वह अभियान चला रही है और वह संघर्ष कर रहे जो आज देश के लिए महत्ती आवश्यकता बना हुआ है।
पर्यावरण व सामाजिक चेतना का अभियान चला रही पर्यावरण मित्र चित्तौड़गढ़ की बेटी दिव्या कुमारी जैन बताती हैं कि वह 9 वर्ष की उम्र से प्लास्टिक के विरुद्ध यह अभियान चला रही हैं जो पिछले करीब 11- 12 साल से निरंतर जारी है इस बीच उन्होंने करीब 60,000 से भी अधिक कपड़े की थैलियां बनाकर लोगों को निशुल्क वितरित की है। इनका यह अभियान शहर या जिले तक नहीं बल्कि प्रदेश और देशभर में फैला और जगह-जगह लोगों का सहयोग मिला लोगों द्वारा इसे बहुत सराहा गया, यही नहीं इस अभियान को लेकर उन्होंने एक पुस्तिका का लिखी है जिसके 10 संस्करण छप चुके है। उम्र में बहुत कम लेकिन जज्बा ऐसा कि इनको अपने इसी जुनून और जज्बे के चलते इस अभियान में लगातार सफलता हासिल हुई और न सिर्फ जिला स्तर पर बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी कहीं बड़े-बड़े सम्मान मिले इनको इसी अभियान के बदौलत पिछले 3-4 सालों से लगातार राजस्थान सरकार द्वारा बजट सत्र में भी आमंत्रित किया जा रहा है जिसमें भी इन्होंने अपने विचार रखें। शिक्षक पिता संजय जैन कि इन्हें निरंतर प्रेरणा मिली और कदम आगे बढ़ता गया।
दिव्या का कहना हैं कि जब से अभियान शुरू किया कहीं कठिनाई आई लेकिन कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा जहां भी जाती हैं बस एक ही उद्देश्य प्लास्टिक मुक्त हो देश हमारा और हमेशा यही प्रयास रहते है। चित्तौड़गढ़ कि इस बेटी ने इस अभियान के माध्यम से ना सिर्फ परिवार और समाज का बल्कि जिले और प्रदेश का भी नाम रोशन किया है यह न केवल बच्चों के लिए बल्कि महिलाओं और बड़ों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनी है और अपनी एक अलग ही पहचान बनाकर नई मिसाल कायम की है।

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