आकोला-नगरपालिका में लगे प्रशासक, उपखंड अधिकारी संभालेंगे कार्यभार। आकोला सरपंच से बने चैयरमेन लगभग एक वर्ष और लाभान्वित होने से हुए महरूम
वीरधरा न्यूज़।आकोला@ शेख सिराजुद्दीन।
आकोला। जिले की सभी 298 ग्राम पंचायतों में मौजूदा सरपंच ही अब प्रशासक बनाया गया। इनका कार्यकाल इसी महीने समाप्त हो गया। राज्य सरकार ने चुनाव टालने के बाद फिलहाल निवर्तमान सरपंचों को ही प्रशासक नियुक्त करने का फैसला किया है। इसका पता चलते ही वर्तमान सरपंचों व उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन आकोला ग्राम पंचायत से बनी नगरपालिका के चेयरमैन, पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ही नगरपालिका में राजस्थान सरकार स्वायत्त शासन विभाग राज. ने अधिसूचना जारी कर दी गई। राज्य की 62 नवगठित निकायों का कार्यकाल माह जनवरी 2025 को पूर्ण हो गया है। राज्य सरकार तालिका में वर्णित नगरीय निकायों में निर्वाचित बोर्ड के गठन होने तक एतदद्वारा प्राधिकारी/प्रशासक नियुक्त किया जिसमें आकोला नगरपालिका में उपखण्ड अधिकारी भूपालसागर पुनीत कुमार गेलड़ा को नियुक्त किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच साल पूर्व पंचायतीराज आम चुनाव में जिले में 299 ग्राम पंचायतें थी। तीन चरणों में क्रमशः 114, 105 व 80 पंचायतों में सरपंच व वार्ड पंच के लिए मतदान हुआ। सभी चरण जनवरी 2020 में एक ही महीने में हो गए थे। अशोक गहलोत सरकार ने इनमें से एक पंचायत आकोला को 2023 में नगर पालिका बना दिया। इस कारण अब 298 ग्राम पंचायतें रह गई। इन सभी में मौजूदा सरपंच व वार्ड पंचों का कार्यकाल इसी महीने समाप्त हो गया, लेकिन ग्राम पंचायत में सरपंच ही होंगे ग्राम पंचायत के प्रशासक, काम कमेटी देखेगी। लेकिन आकोला ग्राम पंचायत से नगरपालिका में तब्दील हो जाने से चेयरमैन पार्षदों का कार्य खत्म होते ही उपखण्ड अधिकारी को कार्यभार सौपा गया। नगरपालिका में लगे प्रशासक, उपखंड अधिकारी संभालेंगे कार्यभार। आकोला सरपंच से बने चैयरमेन लगभग एक वर्ष और लाभान्वित होने से महरूम हो गए, चेयरमैन का कार्यकाल नहीं बढ़ने से लगभग एक साल और विकास कार्य चेयरमैन के सानिध्य में हो सकते थे, प्रशासक उपखण्ड अधिकारी को देने से चेयरमैन व पार्षदों के मनसुबे धरे के धरे रह गए।