वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। वैसे तो आंगनबाड़ी में भी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाने की शुरुआत कर दी है लेकिन स्कूलों के नियम लागू नही होने से हर बार इन छोटे छोटे बच्चो को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
प्रदेशभर में 25 दिसम्बर से सभी सरकारी गेर सरकारी विद्यालयों में बच्चो सहित स्टाफ को शीतकालीन अवकाश कर दिया लेकिन सरकार एक बार पुनः आंगनवाड़ी के बच्चो को भूल गई।
2 जनवरी को शासन सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान ने एक आदेश जारी कर प्रदेश में शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए सभी जिला कलेक्टर को आंगनवाड़ी बच्चो को अवकाश के लिए अधिकृत किया बावजूद इसके चित्तौड़गढ़ जिले के आंगनवाड़ी केंद्र यथावत चलते रहे और छोटे बच्चे ठंड में ठिठुरते रहे लेकिन ना विभाग ने संज्ञान लिया ना जिला प्रसासन ने, जिससे बच्चे यही पुकार करते रहे कि बड़े बच्चो की छुट्टी हो गई हमे भी ठंड लगती है।
इन मामले को लेकर वीरधरा न्यूज़ नेटवर्क ने बच्चो की आवाज बनकर प्रमुखता से इस मुद्दे को लगातार उठाया और विभाग व प्रसासन को जगाने का प्रयास किया, जिससे बाद आखिरकार देर से ही सही विभाग जागा ओर महिला एवं बाल विकास विभाग चित्तौड़गढ़ के उप निदेशक नंदलाल मेघवाल ने एक आदेश जारी कर आंगनबाड़ी पर आने वाले 3-6 साल के बच्चो का 4 जनवरी से 7 जनवरी तक अवकाश घोषित किया।
इस अवकाश के आदेश के बाद जहा विभागीय कार्मिकों ने भी राहत की सास ली वही अभिभावकों ने भी विभाग और एक बार फिर जिले में बच्चो की आवाज बने वीरधरा न्यूज़ नेटवर्क का आभार जताया।