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आकोला में बाल दिवस पर श्रद्धांजलि एवं संगोष्ठी पर विधायक-प्रधान एवं जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत।

 

वीरधरा न्यूज़।आकोला@ श्री शेख सिराजुद्दीन।

आकोला। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा गुरु गोविंद सिंह जी के पुत्रों के शहीदी दिवस पर चारभुजा मंदिर के पास गौशाला में आकोला में स्थित नगर मंडल कार्यकता जनप्रतिनिधियों द्वारा गोविंद सिंह के पुत्रों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम रखा गया एवं विचार संगोष्ठी आयोजित कर गुरु गोविंद सिंह के जीवन वृतांत पर प्रकाश डाला गया। बैठक में मुख्य अतिथि विधायक अर्जुन लाल जीनगर थे। विशिष्ठ अतिथि प्रधान हेमेंद्र सिंह राणावत, भाजपा वरिष्ठ नेता श्याम लाल सेन, नगर अध्यक्ष शंकर साहू, पंचायत समिति सदस्य सत्यनारायण अहीर, कपासन नगर के युवा मोर्चा अध्यक्ष विकास बारेगामा, नगर पालिका चेयरमैन तारा मालीवाल, उपाध्यक्ष भेरू लाल जाट, आकोला नगर युवा मोर्चा अध्यक्ष हरिनारायण सोनी, नगर मंडल महामंत्री भगवती लाल सेन, हिम्मत टांक, उपाध्यक्ष पिंटू छिपा, नरेश माली, पंकज टेलर, बसंती लाल छिपा, मंडल मंत्री मुरली सेन, एसी मोर्चा अध्यक्ष माधु लाल मेघवाल, कन्हैया लाल सेन, बुथ अध्यक्ष राम लाल माली, ऋषि पटवा, चंद्र प्रकाश जोशी, ललित खटीक, मांगी लाल तेली, मुरली जाट, पूरण सोनी, मुकेश जाट, पार्टी के कार्यकर्ता राम लाल खटीक, हीरालाल छिपा, ललित हिंगड, बसंती लाल टेलर, मोनु छिपा, कालू टेलर, शांति लाल सेन, कार्यक्रम के संयोजक अवतार सिंह चावला, सह संयोजक देवेंद्र छिपा, पंकज टेलर आदि उपस्थिति में विधायक जीनगर द्वारा गुरु गोविंद सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला व विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने परिवार सहित देश धर्म के लिए शहीद हुए उनके इस बलिदान को जन्मो जन्म तक भारत के इतिहास में याद रखा जाएगा। विधायक जीनगर ने कहा कि “धर्म-संस्कृति की रक्षा हेतु बलिदान की अद्भुत मिसाल” – इन साहिबजादों ने अपने प्राणों का त्याग करना स्वीकार किया, लेकिन धर्म और स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। यह दिवस आने वाली पीढ़ी को इन चार साहिबज़ादों के जीवन से शिक्षा लेने के लिए प्रेरित करेगा। मोदी सरकार ‘वीर बाल दिवस’ के माध्यम से चार साहिबज़ादों की वीरगाथा को जन-जन तक पहुँचा रही है। प्रधान हेमेंद्र सिंह राणावत एवं कार्यकताओं ने सबसे पहले अरदास करी और गोविंद सिंह जी के पुत्रों को याद किया फिर और जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के नारे के साथ श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित किया। इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस बलिदान से धर्म की रक्षा करने में गुरु परिवार का नाम सबसे अग्रिम पंक्ति में लिखा गया है।

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