वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिले की चिकित्सा व्यवस्था जैसे राम भरोसे चल रही है, 1 साल तक भी स्थाई कर्मचारी की नियुक्ति नही होने पर भी विभाग ने अभी तक इस पर संज्ञान नही लिया है।
बता दे कि अरनिया पंथ सीएचसी के अंतर्गत आने वाले बामनिया आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले करीब 1 साल से किसी स्थाई कर्मचारी कि नियुक्ति नही होने से करीब 1500 से अधिक की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाने को मजबूर है, जिससे यहाँ ना केवल ग्रामीणों की जेब खाली हो रही बल्कि शरीर पर भी गहरा स्वास्थ्य संकट मंडरा रहा है बावजूद इसके जिम्मेदारो का ध्यान नही जा रहा।
बामनिया सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी 3 किलोमीटर दूर शंभूपुरा जाना पड़ रहा जिससे बीच मे रेलवे समपार होने से कई बार फाटक लम्बे समय के लिए बन्द रहती है जिससे भी ग्रामीणों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है, वही इससे समय पर टीकाकरण भी नही होने से गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी हो रही है।
यहां पिछले 1 साल से कोई स्थाई नियुक्ति नही होने से पीएचसी से एक अस्थायी कर्मचारी लगा रखी थी वो भी कभीकभार ही पहुँचती बाकी समय मे यहाँ ताला ही लटका रहता जिससे ग्रामीणों को खासी परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों ने विभाग से जल्द से जल्द यहाँ स्थाई नियुक्ति कि मांग कि है।
इधर पूरे मामले पर सीएमएचओ डॉ ताराचंद गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि इस मामले में तो अधिक जानकारी अरनिया पंथ डॉक्टर ही दे पाएगी बाकी अभी नई नियुक्तियां हुई है उसमें वहाँ भी नियुक्ति हो गई होगी।
वही अरनिया पंथ सीएचसी प्रभारी डॉ प्रियंका वर्मा ने बताया कि लंबे समय से बामनिया में पद खाली है लेकिन हमारे पास भी अभी तक कोई नई नियुक्ति का आदेश पहली सूची में तो नही आया अब दूसरी सूची का इंतजार है, वही हमने यहाँ से एक अस्थायी नियुक्ति कर रखी उसकी भी सेवाए समाप्त होने से अभी अतिरिक्त प्रभार शंभूपुरा एएनएम को दिया है।