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मादक पदार्थों की तस्करी में जब्त वाहनों का नीलामी द्वारा किया निस्तारण 39 वाहनों का खुली बोली द्वारा किया विक्रय।

 

वीरधरा न्यूज।चित्तौड़गढ़@ श्री दुर्गेश कुमार लक्षकार।

चित्तौड़गढ़। भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन व पुलिस मुख्यालय के निर्देशों की पालना में जिले के विभिन्न पुलिस थानों में मादक पदार्थों की तस्करी में जब्त किए गए वाहनों का चंदेरिया व सदर निंबाहेड़ा थाने में जिला स्तरीय औषधि व्ययन समिति द्वारा नीलामी कर निस्तारण किया गया। एनडीपीएस की तस्करी में शामिल 39 वाहनों को पुलिस द्वारा खुली बोली लगा नीलाम किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिला अफीम का बृहद उत्पादन क्षेत्र होने व मध्यप्रदेश राज्य की सीमा से लगा होने के कारण मादक पदार्थों की तस्करी इसी रूट से होकर निकलने की वजह से जिले के कई थानों में मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल वाहनों को माल के साथ जब्त किया गया है। उक्त जब्त वाहनों से जिले के थाने के माल खाना भरे पड़े हुए हैं, थानों में अन्य वाहनों के रखने की व्यवस्था नहीं होने की वजह से उन्हें नियमानुसार निस्तारण किया जाना हैं।
भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन की अनुपालना व पुलिस मुख्यालय राजस्थान के निर्देशों पर पहल करते हुए जिला चित्तौड़गढ़ में एनडीपीएस एक्ट के प्रकरणों में जब्त ऐसे वाहन जिनका न्यायालय द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया हो, ऐसे वाहनों के प्रस्ताव पुलिस थानों से मंगवा कर कार्यालय की एमओबी शाखा के प्रभारी गोविंद कुमार व कानि. सुरेश एवं लेखा शाखा के कर्मचारियों द्वारा वाहनों को खुली बोली लगाकर नीलाम किया गया। वाहनों की नीलामी के लिए पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की अध्यक्षता में पाँच सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई, जिसमें एएसपी परबत सिंह, अपराध सहायक जोधाराम गुर्जर, सहायक लेखा अधिकारी चंद्रशेखर शर्मा व परिवहन निरीक्षक हनुमान मीणा एवं कैलाश कुमारी उपस्थित थे। जिन्होंने खुली बोली लगवा कर वाहनों की नीलामी करवाई। उक्त नीलामी में जिला चित्तौड़गढ़ के अलावा जिला उदयपुर, भीलवाड़ा व मध्य प्रदेश तक के बोलीदाता शामिल हुए। एनडीपीएस एक्ट में जब्त 11 दुपहिया वाहनों को 26 सितंबर को चंदेरिया में व 28 वाहनों को 30 सितंबर को सदर निंबाहेड़ा पर खुली बोली द्वारा नीलामी की गई। जिनमे सभी 39 वाहनों को उच्चतम बोली द्वारा स्वीकार किया जाकर बोली दाता को अग्रिम कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। दस वाहनों की बोली नहीं लग पाने की वजह से उन्हें लंबित रखा गया।
एसपी जोशी ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल जिले में जब्त वाहनो की नीलामी प्रक्रिया आगे भी निरंतर जारी रहेगी। प्रदेश में वाहनों के निस्तारण की यह प्रक्रिया सर्वप्रथम चित्तौड़गढ़ जिला पुलिस द्वारा ही की गई थी।

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