चिटफंड पीड़ितों का मांगों को लेकर जेल भरो आंदोलन का ऐलान, 22 सितंबर को देंगे गिरफ्तारी 17 वें दिन भी जारी रहा धरना।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार संगठन की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर आज सत्याग्रह का 17वां दिन है। उसके बाद भी अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है जबकि शासन प्रशासन को जगाने के लिए अनवरत असहयोग सत्याग्रह आंदोलन कलेक्ट्रेट पर जारी है। इस दौरान बड़ी संख्या में संगठन से जुड़े लोग एकत्र होकर कलेक्ट्रेट धरना स्थल पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
संगठन जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सुराणा ने बताया कि भुगतान की गारंटी के अधिकार अधिनियम ‘अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी अधिनियम 2019’ बन जाने के बाद भी धरातल पर इस अधिनियम की अनुपालना शासन प्रशासन द्वारा नहीं किए जाने से जो भुगतान दावा आवेदन प्रपत्र जिला कार्यालय में पीड़ितों द्वारा जमा करवाए गए थे उन पर आज तक सुनवाई नहीं हुई और आवेदन लेने की प्रक्रिया भी अचानक बंद कर देने से पीड़ित अपने आवेदन तक जमा नहीं करवा पा रहे हैं। यह संसद में बने कानून की अवमानना है। सुराणा ने बताया कि प्रत्येक ठगी पीड़ित निवेशक की जमा राशि का दो से तीन गुना भुगतान कराने, निर्दोष एजेंटस को सुरक्षा सम्मान, रोजगार और पुनर्वास का अधिकार देने, भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 111 के तहत प्रत्येक ठग और बेईमान को मृत्युदंड देकर देश को ठग मुक्त एवं बेईमान रहित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की मांग पर सरकार शीघ्र सुनवाई करे नहीं तो 22 को जेल भरो आंदोलन कर ठगी पीड़ित गिरफ्तारी देंगे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर संगठन से जुड़े तमाम लोग धरना स्थल पर डटे हुए हैं अधिकारी केवल आश्वासन देने तक सीमित है। उनकी समस्या का निदान किसी स्तर पर नहीं हो रहा है।
धरने में संगठन के जिला उपाध्यक्ष देवीलाल कुमावत संरक्षक देवी लाल टेलर, मदन लाल शर्मा एवं सदस्य बालू राम कुम्हार, भंवर लाल शर्मा, कालू लाल धाकड़, वजीर मोहम्मद, कमलेश पारीक, भगवान लाल रेगर, रामनारायण सुखवाल, भैरु कुमावत, किशन बारेट, सोहनलाल गायरी, भेरूलाल रेगर, विष्णु लाल मेनारिया, संपत लाल जैन उपस्थित रहे।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि 21 सितम्बर तक अगर उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है तो संगठन जेल भरो आंदोलन करेगा। इसकी जिम्मेदारी शासन और जिला प्रशासन की होगी।