ज़मीनी विवाद को लेकर दो सगे भाइयो ने अपनी ही भाभी पर कुल्हाड़ी से किया जान लेवा हमला, हमले में महिला गंभीर घायल।
वीरधरा न्यूज़। गंगरार@ कमलेश सालवी।
गंगरार। उपखंड के तुम्बडिया पंचायत के धुंवालिया गांव मे जमीन विवाद के चलते दो सगे भाइयों ने अपने छोटे भाई के घर में घुस कर भाई की पत्नी पर कुल्हाड़ी से जान लेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।परिजन घायल महिला को साड़ास के सामुदायिक चिकित्सालय ले कर पहुँचे जहां से चिकित्सकों ने गंभीर अवस्था में चित्तौड़ रेफर कर दिया था। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उदयपुर के लिये रेफ़र कर दिया ।
जिसे परिजन उदयपुर नहीं ले जाकर भीलवाड़ा के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां घायल महिला का इलाज चल रहा है। घायल महिला का पति शंभु लाल सालवी बड़े पिताजी के गोद चला गया था। जिससे उसके हिस्से की ज़मीन दोनों बड़े भाई खेती के लिए उपयोग में ले रहे थे। उसी भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। शंभु लाल ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया की 12 तारीख़ रात को 7 से 8 बजे क़रीबन उसके दो भाई पप्पू और भँवर लाल पुत्र भैरू लाल सालवी घर में घुस कर उसकी पत्नी रामू बाई पर कुल्हाड़ी से हमला कर दोनों पैर काटने के प्रयास में हमला किया साथ ही सिर व अन्य जगहों पर कुल्हाड़ी से हमला किया। जिससे उसकी पत्नी गंभीर घायल हो गई। कुल्हाड़ी से पेरो को काटने का प्रयास भी किया, पेरो की हड्डियाँ चकनाचूर हो गई।महिला के सिर, पीठ में कई टाँके आये और दोनों पेरों का ऑपरेशन कर फिर से जोड़ने का प्रयास किया।
इधर थानाधिकारी कैलाश पालीवाल का कहना है कि शंभु लाल सालवी ने अपने भाई पप्पूलाल और भंवर लाल के ख़िलाफ़ उसकी पत्नी को कुल्हाड़ी से हमला कर जान से मारने की रिपोर्ट दी है। जिस पर पुलिस ने घर में घुस कर हत्या का प्रयास, और धारा 307 में मुक़दमा दर्ज कर लिया है।
थानाधिकारी ने बताया कि परिजनों का फ़ोन आने पर में ख़ुद मोके पर गए। घायल महिला की फोटोग्राफी भी करवाई, एव घायल महिला को हॉस्पिटल पहुँचाया था। 10 तारीख़ को शंभु लाल ने नहीं बल्कि उसके पिता भेरु लाल ने अपने बेटे पप्पू लाल और भंवर लाल के ख़िलाफ़ अपनी और पत्नी को मारने की धमकी देने कि रिपोर्ट दर्ज कराई थी। भेरु लाल के पाँच पुत्र है जिस्मे दूसरे नंबर का पुत्र शंभु लाल अपने बड़े पिताजी माँगी लाल के कोई संतान नहीं होने से उनके गोद चला गया था। ये पाँच भाई है जिसमे बड़े भाई भवर लाल के कर्जा होने से मेरे पिताजी ने दस बीघा ज़मीन बेच कर उसका कर्जा चुकाया, पिताजी के नाम की 13 बीघा ज़मीन बची है जिसमे मेरा बड़ा भाई भवर लाल और चौथे नंबर का भाई पप्पू लाल पिता से बटवारे की बात को लेकर आये दिन मारने की धमकियाँ देते है। जबकि मेरे पिताजी जीते जी शेष बची ज़मीन में से हिस्सा देना नहीं चाहते।