भूपालसागर-सरजना बांध छलका, चली रपट, बडगांव बांध 12 फीट, क्षेत्र के पचास हजार किसानों की निगाहें बडगांव बांध पर, भरने की बंदी आस। क्षेत्र के “किसानों में खुशी की लहर”।
वीरधरा न्यूज़। आकोला@ श्री शेख सिराजुद्दीन।
आकोला।बडगांव बांध भरने कि बंदी किसानों को आस। भटेवर के सबसे करीबी एवं उपखणड क्षेत्र का सबसे बडा रणछोडपुरा स्थित सरजना बांध लम्बे इन्तजार के बाद छलक गया।
सरजणा बांध पानी की आवक के साथ सोमवार को छलक गया, सोमवार शाम 6 बजे रपट चल गई।
बताया गया की उदयसागर के गेट खुलने से बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है। सरजना बांध की रपट का सारा पानी अब बडगांव बांध में ही आएगा। पानी की आवक को देख कर क्षेत्र के किसानों का चेहरे खिल उठे, वहीं बडगांव बांध भरने की आस बंद गई है। 65 के दशक में बने बड़गांव बांध का अब तक का इतिहास खुशहाली व बदहाली के लिहाज से फिफ्टी फिफ्टी का ही रहा है। इस बांध का अधिकांश कमाण्ड इलाका चित्तौड़गढ जिले के कपासन विधानसभा (आकोला) क्षेत्र में आता है। बडगांव बांध का जलदाय विभाग भुपालसागर (आकोला) में ही है, सहायक अभियंता कर्मचारी भी यही बैठते है। पानी की अच्छी आवक होने पर रबी की फसलों कि पैदावार अच्छी होगी। इस बांध की पिलाई की नहरो से हजारों किसानों को फायदा मिलेगा। भुपालसागर उपखण्ड के आकोला, निलोद, मुरला, चोरवड़ी, ताणा, कानड़खेड़ा, गुन्दली, करजाली, चाकुड़ा, आदि ग्राम पंचायतो के किसान लाभान्वित होते है।
इस बांध से उदयपुर जिले के करीब एक दर्जन गांव ही लाभान्वित होते है जबकि चित्तौड़गढ जिले के लगभग 56 गांव लाभान्वित होते है।तथा इस बांध से हजारो से भी अधिक एकड़ जमीन में व्यापक सिचांई होती है, 25 फिट भराव की क्षमता का बड़गांव बांध है। पानी की आवक के साथ अब तक वर्तमान में 12 फीट भरा है, सोमवार से सरजना बांध का पानी बड़गांव बांध मे ही आ रहा हैं, और आवक जारी है। वहीं आकोला बेड़च नदी पर बना एनिकट भी छलक गया।