वीरधरा न्यूज। आबुरोड़@ श्री महावीर चन्द्र।
आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान शांतिवन परिसर के गेट नंबर एक के सामने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर दो दिवसीय विशाल झांकी लगाई गई। इसमें सजाए गए श्रीकृष्ण-राधारानी के राज दरबार ने सभी का मन मोह लिया। बहुत ही सुंदर, आकर्षक और कलात्मक तरीके से यह झांकी सजाई गई है। झांकी को निहारने के लिए देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
झांकी का शुभारंभ कर मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने आशीवर्चन दिए। संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि सतयुग के पहले राजकुमार श्रीकृष्ण का जीवन 16 कला संपूर्ण और संपूर्ण निर्विकारी था। हर मां का सपना होता है कि उनके यहां कन्हैया जैसे बालक का जन्म हो। उनके जैसा सुशील, सुंदर और गुणवान हो। श्रीकृष्ण के जीवन से हमें सीख मिलती है कि जीवन एक उत्सव है। जीवन में कैसा भी समय आए लेकिन सदा उमंग-उत्साह और खुशी में रहें। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
झांकी-प्रदर्शनी के संयोजक बीके चिरंजीवी भाई ने बताया कि झांकी में विभिन्न दृश्यों को दर्शाया गया।