डूंगला-अनुसूचित जाति जनजाति समाज संगठन मे उपखंड क्षेत्र डुगला मे बंद के साथ मानव श्रृंखला बना उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया।
वीरधरा न्यूज़। डूंगला@ श्री मोहन दास वैरागी।
डूगला।अनुसूचित जाति जनजाति समाज संगठन उपखंड क्षेत्र डूंगला के सभी नागरिकों ने उच्चतम न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति के उप वर्गीकरण और क्रीमीलेयर के संबंध में जारी दिशा निर्देश(1/ 8/ 2024) हमारे संविधान निर्माता द्वारा सामाजिक भेदभाव से शताब्दियों तक प्रताड़ित जातियों की सुरक्षा के लिए किए गए प्रावधान अनुच्छेद 341, 342 की मूल भावना के विरुद्ध है। हमारा संगठन अनुच्छेद 341 व 342 के प्रावधानों में किसी भी परिवर्तन और अनुसूचित जाति व जनजाति के उपवर्गीकरण व क्रीमी लेयर के किसी भी प्रस्ताव एवं प्रयास का पुरजोर विरोध करता है और महामहिम से आग्रह करता है कि जातिगत जनगणना के द्वारा विस्तृत डाटा एकत्रित कर अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए भी जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का प्रावधान किया जाए भारत की न्यायपालिका में कोलेजियम व्यवस्था को समाप्त कर अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जाए, अनुसूचित जाति को जनजाति वर्ग में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर जैसे प्राकृतिक न्याय और संविधान की मूल भावना का हनन करने वाले प्रस्ताव से बचाया जाए।
ज्ञापन देने में मांगीलाल रेगर सेमलिया रामलाल सालवी गरावला सुरेश सालवी देवली कैलाश रेगर उदयलाल खटीक उमेश खटीक हीरालाल मीणा शांति लाल मेघवाल विद्यासागर खटिक डूंगला मांगीलाल लाल सालवी किशन मेघवाल कालू लाल सालवी फलोदडा कैलाश मेघवाल उदय लाल जटिया करसाना भंवर लाल शंकर लाल मेघवाल पीराना रामेश्वर लाल प्रितम मेघवाल जितेन्द्र मीणा देलवास बंशीलाल कमलेश मेघवाल सेठवाना भूपेंद्र रेगर किशन खटीक कानोड मोहनलाल मेघवाल बिलोदा बंसती लाल सालवी नानालाल मीणा लक्ष्मी लाल मेघवाल किशन मेघवाल मांगीलाल मेघवाल बिलोट सहित संपूर्ण डूंगला उपखंड क्षेत्र के किसान कारीगर मजदूर कर्मचारी अधिकारी महानुभाव उपस्थित हुए।