विधायक आक्या बने युवाओं कि आवाज औद्योगिक संस्थानों में स्थानीय युवा बेरोजगारों को अनिवार्य रोजगार कि उठाई मांग।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। चित्तौडगढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने सदन में नियम 26, 32 व 56 पर बोलते हुए विभिन्न मुद्दो पर अपनी बात रखीं।
विधायक आक्या ने सदन में खेलों पर बोलते हुए कहा कि आज भी गांवो में प्रारम्भिक खेल कबड्डी, खो-खो आदि बहुतायत में खेले जाते है। सरकार को इन खेलो को बढ़ावा देते हुए प्रत्येक विद्यालयो में इन खेलो को अनिवार्य कर देना चाहिए जिससे बच्चे आगे चलकर इन खेलो में देश का नाम रोशन कर सकेगे। उन्होने कहां कि प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति अनिवार्य होनी चाहिए। साथ ही सरकार को राजकीय विद्यालयो में शारीरिक शिक्षको व कोच के रिक्त पदो को शीघ्र भरने पर विचार करना चाहिए।
विधायक आक्या ने कहा कि विभिन्न खेल आयोजनो के दौरान खिलाड़ियो को मिलने वाले टीए डीए में बढोतरी करनी चाहिए जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण पोष्टिक भोजन मिल सकें। उन्होने कहां कि सरकार को हर पंचायत मुख्यालय पर खेल मैदान की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए उनके विधानसभा क्षेत्र चित्तौडगढ़ में क्रिकेट, फुटबाल एकेडमी खोले जाने की सख्त आवश्यकता है।
विधायक आक्या ने सदन में स्थानीय युवा बेरोजगारो को रोजगार उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि चित्तौडगढ़ जिले में अनेक सीमेंट ईकाईयां, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड सहित अनेक औद्योगिक संस्थान है, इन औद्योगिक संस्थानो में स्थानीय कुशल व अकुशल युवा बेरोजगारो को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए। चित्तौडगढ़ के निकटवर्ती मांदलदा गांव में पर्याप्त जमीन होने से इस क्षेत्र को रिको के रूप में विकसीत करने तथा माईनिंग हेतु डम्पिंग यार्ड बनाने की आवश्यकता बताई।
विधायक आक्या ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ, सहायिकाओ व आशा सहयोगीनी के मानदेय में वृद्धि करने की आवश्यकता बताते हुए सरकार से इस ओर सहानुभूतिपूर्ण विचार करने की बात कही।
विधायक आक्या ने रोडवेज के सेवानिवृत कर्मचारियों के रूके परिलाभ का मुद्दा सदन में उठाया
चित्तौडगढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने बुधवार को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत कर्मचारियों के लम्बे समय से बकाया चल रहे परिलाभ का मुद्दा सदन में उठाते हुए सरकार से शीघ्र भुगतान कराने की मांग की।
विधायक आक्या ने बुधवार को सदन में कहा कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत कर्मचारियों का सेवानिवृति परिलाभ जिसमें वेतन, पेंशन, गेज्यूटी, उपार्जित अवकाश का भुगतान, अधिश्रम भत्ता आदि की राशि एक से डेढ वर्ष बितने के उपरान्त भी बकाया चल रही है। सेवानिवृत कर्मचारियों के जीवन यापन का सहारा ही पेंशन होता है, परन्तु इतने लम्बे समय तक पेंशन प्राप्त नहीं होने पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों का अपना घर खर्च चलाना दूभर हो जाता है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा बीते कुछ महीनों से धरना प्रदर्शन, ज्ञापन देकर अपनी मांग सरकार के समक्ष पहुचाने का हर संभव प्रयास किया लेकिन पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा उनकी मांगो का संज्ञान नहीं लिया गया।
विधायक आक्या ने सदन में सरकार से राजस्थान रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया परिलाभ शीघ्र दिलवाकर उन्हें राहत प्रदान कराने का अनुरोध किया।