वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्री अनिल सुखवाल।
चितौड़़गढ़। श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर समिति द्वारा शिवजी का सहस्त्र धारा से जलाभिषेक कर भगवान शिवजी को जलमग्न किया गया।
समिति के पवन जागा ने बताया कि क्षेत्र मे अच्छी बरसात व खुशहाली की कामना को लेकर देवाधिदेव भगवान महादेव का समिति द्वारा अभिषेक किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महादेव का दुध, दही, शहद, शक्कर, घी से महाभिषेक किया। साथ ही जल के टेन्कर के द्वारा 5000 लीटर जल व 101 लीटर दूध से महादेव का सहस्त्र धारा से जलमग्न किया।
धर्मेश भारती के अनुसार सदर बाजार स्थिति गडिया महादेव जी शहर का यह प्राचीनतम मन्दिर होने के साथ ही विभिन्न धारणाए मन्दिर के साथ जुडी हुई है, वर्षो पहले महादेव को जलमग्न किया जाता था जिससे क्षेत्र मे अच्छी बरसात होती थी विगत कई वर्षो से यह परम्परा बन्द हो गयी है जिसे समिति द्वारा पुनः जीवित किया है। साथ ही इस मन्दिर का गुप्त जल मार्ग लौहार मोहल्ला स्थित प्राचीन बावडी के साथ हैं। कई वर्षो पहले प्राचीन बावडी भरने के साथ ही गुप्त जल मार्ग द्वारा महादेव मंदिर मे जल आता था जिससे स्वतः महादेव जलमग्न हो जाते थे। कई वर्षो से अच्छी बारिश नही होने के कारण यह क्रिया बंद हो गयी है। जिससे पुनः जीवित करने का काम किया गया है। समिति द्वारा समय-समय पर मंदिर के जीर्ण शीर्ण व विभिन्न आयोजन समिति द्वारा आयोजित किये जावेगें।