वीरधरा न्यूज़। चित्तौड़गढ़@डेस्क।
मण्डफिया। आम आदमी के लिए अब सांवरिया सेठ के दर्शन करना बहुत दुर्लभ हो गए है, आप कार से बड़े बुजुर्गों को दर्शन करने ले जाते है तो उनको इतना चलना पड़ता है कि मंदिर तक जाते जाते उनकी स्थिति दयनीय हो जाती है । पहले कबूतर खाने से रास्ता था पर वो भी बंद ,पहले जो मुख्य द्वार था वो भी बंद ,अब जो व्यवस्था है उनमें एंट्री केवल मुख्य द्वार से ही है व कार पार्किंग से बहुत दूर पड़ता है। अस्थाई सड़को पर लगे बेरिकेट्स से जो परिचित है ,सरकारी कृपा पात्र लोग है या व्यक्तिगत सेटिंग वाले है ,चाहे वो युवा ही क्यो न हो ,उनको बेरोकटोक प्रवेश मिल जाता है वही अपरिचित वाहन में बुजुर्ग हो और गेट पर रिक्वेस्ट करते है तो गेट वाला भी बदतमीज़ी करता है ।
बुजुर्गों के लिए एक आल्टो कार की व्यवस्था है पर वो एक बार जाती है तो पुनः आने का कोई वक्त नही है और बापस आने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है । प्रशाशन से निवेदन है कि बुजुर्गों के लिए विशेष नियम तय किये जायें या डायरेक्ट सुगम व मंदिर दर्शन तक शार्ट रूट बनाया जाय या स्केलेटर मार्ग बनाया जाए ताकि कार से उतरते ही वो सुगमता से सांवरिया सेठ के दर्शन लाभ ले सके ।