वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।
चित्तौडग़ढ़। जिले के कद्दावर कांग्रेस नेता एवं प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने कहा की चितौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में उमस भरे मौसम में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्र में रोजाना लगातार कई घंटे हो रही बिजली कटौती ने लोगों के दिन का चैन और रात की नींद छीन ली है। यहां 3-5 घंटे अघोषित बिजली कटौती से आमजन बेहाल है, जबकि मानसून की बारिश से कृषि भार कम हो गया है फिर भी बिजली कटौती बढ़ रही है।
राजस्थान में भाजपा की सरकार आने के बाद बिजली प्रबंधन को लेकर जिले के साथ चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र का यह हाल है की यह कभी भी ठप हो जाती है। जबकि बिजली आपूर्ति के शेड्यूल में शहर क्षेत्र में बिजली की तर्ज पर ग्रामीण लोगों को शेड्यूल के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जबकि कांग्रेस शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निवेदन कर जिले में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निर्बाध गति से बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से हो इसके लिए 40 करोड़ की लागत से मांदलदा 440 केवी ग्रिड स्टेशन पर 315 एमवीए ट्रांसफार्मर स्थापित किया था यह नहीं होता तो बिजली कटौती की क्या स्थिति होती कल्पना नहीं की जा सकती थी।
पूर्व राज्यमंत्री ने कहा है की लोगों को पहले ही गर्मी से निजात नहीं मिल पा रही है। वहीं उमस में लोग पसीने से तरबतर होने के साथ ही जागकर रात गुजारने को विवश हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि बिजली कब आ रही और कब जा रही कोई पता नहीं है, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के छत्तीसगढ़ से पर्याप्त मात्रा में कोयला आपूर्ति के दावे के बावजूद भी बिजली की समस्या से जूझना पड़ रहा है जिससे लगता है की उक्त समस्या का निराकरण करने में सरकारी प्रबंधन पूरी तरह फेल हो चुका है, जबकि जिले से वर्तमान सरकार के समस्त जनप्रतिनिधि शीर्ष पद पर एवं मंत्री तक बने हुए है में निर्दलीय की बात नही करता किंतु पार्टी से जुड़े हुए जनप्रतिनिधियों को बिजली समस्या के निराकरण तत्काल प्रभाव से करवाकर आमजन को राहत प्रदान करानी चाइये।