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गहलोत सरकार में चित्तौड़गढ़ था विकास में सिरमौर, वर्तमान राज्य बजट में चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र विकास से रहा महरूम: पूर्व मंत्री जाड़ावत।

 

वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।

चित्तौडग़ढ़। राजस्थान सरकार के पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने बुधवार को पेश राज्य बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा की युवाओं किसानों महिलाओं एवं मध्यम वर्गीय परिवारो के लिए महंगाई एवं बेरोजगारों को कोई राहत नहीं मिली है चित्तौड़गढ़ जिले के लिए घोर निराशाजनक करार देते हुए इसे जिले की जनता के साथ सौतेला व्यवहार करार दिया। इस बजट से छोटे उद्योग के रूप में मार्बल इंडस्ट्रीज को भी निराशा हाथ लगी है।
पूर्व मंत्री जाड़ावत ने कहा कि जिले के साथ किये गये इस सौतेले व्यवहार का समय आने पर जनता स्थानीय चुनावों में माकूल जवाब देगी, कपासन चौराहे से मानपुरा तक ब्रिज के निर्माण में जमीन अवाप्ति की खामियां एवं अन्य पेचिदगिया दूर करने में ही निकल जायेगा भजनलाल सरकार का कार्यकाल। बजट घोषणा में नही है स्थानीय विधायक की कोई भूमिका। उन्होने स्थानीय विधायक का कभी नहीं रहा चित्तौड़गढ़ के विकास में योगदान, इनके पूर्व कार्यकाल 2013 से 2018 तक में भी यह क्षेत्र रहा विकास से महरूम, अशोक गहलोत सरकार में चित्तौड़गढ़ बना विकास में सिरमौर उस समय पहले ही बजट में मेडिकल कॉलेज की उपलब्धि के साथ हर बजट में क्षेत्र को मिली थी आने को सौगाते। भाजपा द्वारा चुनाव से पहले जो वादे किए गए थे, वे पूरे करना दूर की कोढ़ी होगा साबित। उन्होंने वर्तमान विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा की तीसरी बार के विधायक का भी इस घोषणा से नही है कोई भी नही है योगदान महज बजट घोषणा पर कपासन से मानपुरा सड़क की श्रेय लेने की कोशिश में लगे हुए है जबकि कांग्रेस सरकार में हो चुका था विधानसभा क्षेत्र का काया कल्प अब तक कोई बड़ी सौगात नही दिला पाए है। निर्दलीय विधायक को जीताने का दंश बजट में चित्तौड़गढ़ की जनता को झेलना पड़ा है, हमने अशोक गहलोत सरकार में जिले की सभी विधानसभा के साथ साथ ऊर्जा शिक्षा चिकित्सा एवं पर्यटन में चित्तौड़ को विकास का सिरमौर बनाया था।

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