वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडगढ द्वारा 26 जून को प्राकृतिक खेती पर जागरूकता प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें पंचायत समिति बेगू क्षेत्र से 30 किसानो ने भाग लिया।
जागरूकता प्रशिक्षण में डॉ. रतनलाल सोलंकी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने प्राकृतिक खेती के उदेश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही प्राकृतिक खेती में उपयोग की जाने वाली जैविक कार्बनिक खादों जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, वर्मी वॉश, डी कम्पोजर, बीजामृत, जीवामृत एवं पंचगव्य आदि के बनाने की विधि एवं उपयोग पर चर्चा की। साथ ही केविके की प्राकृतिक खेती इकाई में जैविक खाद वर्मी कम्पोस्ट एवं वर्मी वॉश बनाने एवं डी कम्पोजर बनाने की प्रायोगिक जानकारी से अवगत कराया। किसानो को खरीफ में बोई जाने वाली मक्का, मूंगफली एवं सोयाबीन की उन्नत खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम सहायक दीपा इन्दौरिया ने कृषकों को पोषाहार वाटिका प्रबंधन के बारे में तकनीकी जानकारी के बारें में विस्तृत से बताया। कार्यक्रम सहायक संजय कुमार धाकड़ ने कृषि विज्ञान केन्द्र पर स्थापित विभिन्न इकाइयो अजोला, मुर्गीपालन, बकरीपालन, मॉडल नर्सरी एवं मातृवृच बगीचो में भ्रमण करवाकर तकनीकी जानकारी से अवगत कराया। अन्त में प्रशिक्षण में पधारे कृषक एवं कृषक महिलाओ का धन्यवाद ज्ञापित किया।