प्रशासन और ग्राम पंचायतों की मिली भगत से भट्टियों में धधक रहा पर्यावरण का प्राण, प्रशासन की आंख के नीचे अवैध कारोबार का बड़ा खेल, जिम्मेदार मौन।
वीरधरा न्यूज़। डूंगला@ श्री मोहन दास वैरागी।
डूंगला। अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने का दावा करने वाले प्रशासन की आंख के नीचे आखिर अवैध कारोबार का इतना बड़ा खेल कैसे चल रहा। वन विभाग की ओर से क्षेत्र में दिन-रात गस्त के दावे भी फेल होते साबित हो रहे हैं।
अवैध भट्ठियों में सुलग रहा क्षेत्र का पर्यावरण का प्राण
पेड़ों की कटाई के बाद गीली लकड़ी परिवहन कर अन्य क्षेत्रों में पहुंच रही है यह तो हो ही रहा है लेकिन इसके साथ ही डूंगला उपखंड क्षेत्र में इस गीली लकड़ी को जलाकर कोयला बनाने के लिए पूरे क्षेत्र भर से गीली लकड़ी भट्टियों तक पहुंच रही है और यही गिली लकड़ी इन भट्टियों में सुलगकर इससे कोयला तैयार हो रहा है और अवैध रूप से तैयार हुआ यह कोयला यहां से ट्रांसपोर्ट होकर अन्य राज्यों तक पहुंच रहा है। पुलिस व प्रशासन की नाक के नीचे क्षेत्र में अलग-अलग जगह लगी सैकड़ो भट्टियां दिन रात जल रही है लेकिन कोई भी विभागीय अधिकारी या पुलिस वहां पहुंचने की हिमाकत नहीं कर पा रहा है।
हमारी मीडिया टीम जब मौके पर पहुंची तो यहां का नजारा ही कुछ भयावह था, हरे पेड़ों की लड़कियों के ढेर लगे थे और भट्टियां सूलग रही थी जब पूछा गया यहां काम करने वाले लोगों से तो उन्होंने बताया कि यह तो बहुत समय से चल रहा है हम भी यहीं काम कर रहे हैं। एक भट्टी में दो पिकअप गाड़ी लड़कियां एक साथ जलती है इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में सेंकड़ों भट्टियां लगी हुई है और वह दिन-रात जल रही है तो कितने पेड़ पौधे इन भट्टियों की भेंट चढ़ रहें होंगे।
एक और जहां प्रशासन बड़े-बड़े दावे करता है कि पर्यावरण को बचाने के लिए प्रशासनिक अमला लगा हुआ है जबकि धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। डूंगला उपखंड क्षेत्र में अंधाधुन पेड़ों की कटाई होना तो एक आम बात हो गई है यहां दिन में सैकड़ो गाड़ियां गीली लकड़ी लेकर निकलती हुई हर मार्ग पर मिल जाएगी लेकिन उनको रोकने टोकने वाला कोई नजर नहीं आएगा।
यहां तक की डूंगला उपखंड कार्यालय से लेकर तहसील कार्यालय, पुलिस थाने के सामने से दिन हो या रात यह अवेध गिली लकड़ी परिवहन करते हुए वाहन गुजरते हैं लेकिन प्रशासन आंख बंद करके इन्हें मोन स्वीकृति प्रदान कर रहा है। वन विभाग के अधिकारी इस मामले में पल्ला झाड़ते हुए कह रहे हैं कि यह खेतों से लकड़ी आ रही है राजस्व विभाग का मामला है और पुलिस यह कहते हुए पल्ला झाड़ रही है कि यह वन विभाग का मामला है वही कार्रवाई करें।
कुछ दिन बाद करेंगे पोंधे लगाने की अपील
जिस प्रशासन के सामने सालों पुराने हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है उसको आंख बंद करके देखा जा रहा है लेकिन आने वाले कुछ दिनों बाद बारिश होते ही यही प्रशासन क्षेत्र वासियों से पौधे लगाने की अपील करेगा।