वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्री सत्यनारायण कुमावत।
चित्तौडग़ढ़। बड़ीसादड़ी थाना क्षेत्र के बोरखेड़ा निवासी भगवानी बाई पुत्री स्व. भंवर ओड उम्र 70 वर्ष ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप न्याय ली गुहार लगाई।
भगवानी बाई ने एसपी को सोंपे ज्ञापन मे बताया कि मेरे लड़का नहीं होने के कारण मैंने अपनी लड़की चम्पा व उसके पति किशनलाल को घर जंवाई बनाया, इसी बात से मेरे परिवार वाले नाराज होकर आए दिन लड़ाई झगड़ा करते हुए गांव वालों से मिलकर हमारे ऊपर 2,81,000 रूपये का दण्ड करते हुए गांव से हमें बहिष्कृत करते हुए हुक्का पानी बंद कर दिया।
उन्होंने बताया कि मेरी उम्र 70 वर्ष की होकर वृद्ध सीनीयर सिटीजन विधवा महिला हूँ। मेरे एक लड़की है जिसका नाम चंपा होकर मैंने उसकी शादी किशनलाल निवासी बोरखेड़ा के साथ करवाई। मेरे कोई लड़का नहीं होन के कारण मैंने अपनी लड़की एवं उसके पति को घर जंवाई बना लिया, यही लोग मेरी देखभाल करते हुए भरण पोषण करते हैं।
ज्ञापन मे बताया कि घर जंवाई रखने के बाद मेरे परिवार में जगदीश पिता शंकरलाल, मुकेश पिता मांगीलाल, नेपाल पिता मांगीलाल, प्रभूलाल पिता मदनलाल, अनिल पिता मुकेश व गांव के मौतबिर व्यक्तियों ने मिल बैठकर पंचायत करते हुए हमारे ऊपर 2,81,000 रूपये का दण्ड करते हुए हमे गांव की जाजम से बहिष्कृत करते हुए हुक्का पानी बंद कर दिया, जिस कारण अब हमें गांव में भी नहीं रहने दे रहे हैं। हमने यह राशि देना भी स्वीकार कर लिया लेकिन हमने जब इसकी भरपाई की रसीद मांगी तो उन्होंने इंकार कर दिया और गांव वालों ने कहा कि यह राशि इन मुल्जिमानों को देनी पड़ेगी। इन्हीं लोगों ने मिलकर दिनांक 11 अप्रेल को काली पत्नी विक्रम ओड़ के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए लज्जाभंग करने की कौशिश की व उसके पहने हुए कपड़े भी फाड़ दिए थे।जिसकी रिपोर्ट भी आपके समक्ष उपस्थित होकर की लेकिन बड़ीसादडी पुलिस ने इस प्रकरण में कोई कार्यवाही नहीं की, जिस कारण इनके हौंसले बढे हुए हैं। इन्हीं मुल्जिमान ने अभी हमसलाह होकर 21 मई को दिन में 2 बजे के करीब राधेश्याम के ऊपर रास्ते में आड़े फिरकर जानलेवा हमला करते हुए मारपीट की जो सांवलियाजी हॉस्पीटल में भर्ती होकर ईलाजरत है। जिसकी रिपोर्ट पेश की लेकिन अभी तक उसमें भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ और इन मुल्जिमान ने थाना बड़ीसादड़ी में जाकर इस घटना से बचने की नियत से एक झूठी रिपोर्ट करा दी जबकि घटनास्थल पर मेरी लड़की, जंवाई किशनलाल व दोहिता विक्रम मौके पर नहीं होकर काली मंगरी बावजी के रात्रि जागरण में गए हुए थे, फिर भी उन्हें इस झूठे मुकदमें मे नामजद कर दिया।
ज्ञापन सौंप निवेदन किया कि शीघ्र पुलिस थाना बड़ीसादड़ी को आदेश दिया जावे कि इन मुल्जिमान के विरूद्ध शीघ्र प्रकरण दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार करते हुए जेल भिजवाया जावे, ताकि हमें न्याय की प्राप्ति हो सके।