वीरधरा न्यूज़। नागौर@ श्री प्रदीप डागा।
नागौर।राष्ट्रीय गैर संचारी रोग, एनसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत की अध्यक्षता में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम व रिव्यु बैठक जिला मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य भवन सभागार में आयोजित की गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से संचालित एनसीडी कार्यक्रम के तहत गत 17 मई 2023 को शुरू की जाकर 500 दिवस की अवधि में देश के 75 करोड़ लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाकर इनमें हाइपरटेंशन मधुमेह रोगियों की पहचान उनके उपचार तथा रेगुलर फॉलोअप की प्रक्रिया के तहत नागौर जिले में चल रही कार्ययोजना और इसकी प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बुधवार को नागौर व मूंडवा ब्लॉक की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार नेशनल फैमिली हैल्थ सर्वे-5 की हाइपरटेंशन और डायबिटिज की प्रिविलेंस के अनुसार अपेक्षित पॉजिटिव केसों को वर्ष 2025 तक उपचार पर लाना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि जिन आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर सीएचओ और आशा सहयोगिनी का पद रिक्त है, वहां समस्त कार्य की जिम्मेदारी एएनएम पर आ जाती है, ऐसे में वे अपना कार्य पूर्ण लग्न और मुस्तैदी के साथ करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुमावत ने निर्देश दिए कि वर्तमान में तीन मुख्य हैल्थ थीम पर काम करते हुए इसके लक्ष्य निर्धारित अवधि में हासिल करने हैं, जिनमें पहला एनसीडी कार्यक्रम, दूसरा टीबी उन्मूलन तथा तीसरा मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम शामिल है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर शिंभुराम कड़वासरा व रविन्द्रसिंह की ओर से एनसीडी स्क्रीनिंग, सी-बैक फॉर्म, आभा आईडी स्क्रीनिंग, एनसीडी स्क्रीनिंग, ट्रीटमेंट, फॉलोअप व आयुष्मान आरोग्य मंदिर की प्रतिदिन एवं मंथली रिपोर्ट के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
इस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि एनसीडी कार्यक्रम के तहत आभा आईडी बनाने तथा ईकेवाईसी की पेडिंग को कंपलीट किया जाए। साथ ही सीबैक फार्म के अपडेशन के काम को भी पूर्ण किया जाए। कार्यक्रम के दौरान एनसीडी कार्यक्रम के एफसीएलओ सादिक त्यागी, जिला कार्यक्रम समन्वयक हेमन्त उज्जवल, मूंडवा ब्लॉक के प्रोग्राम ऑफिसर दिनेश सेवग व नागौर के ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर प्रेम पंडित ने भी विचार व्यक्त किए।
लू एवं तापघात तथा मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर निर्देश
स्वास्थ्य भवन में आयोजित हुए महिला स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राकेश कुमावत ने निर्देश दिए कि तापमान बढ़ने के कारण हीट वेव के मरीजों की संख्या मे बढ़ोतरी की सम्भावना को देखते हुए सभी स्वास्थ्य संस्थान अलर्ट मोड पर रहे, पर्याप्त मात्रा मे आवश्यक संसाधन एवं जरुरी दवाइयाँ उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि आमजन को लू तापघात के लक्षणों एवं बचाव के उपायो के बारे मे जागृत किया जाये। अस्पताल मे आने वाले हीट वेव के मरीजों की दैनिक रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर की जाये।
मलेरिया की रोकथाम को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि मौसमी बीमारियों में विशेषकर मच्छरजनित बीमारियों सबसे पहले हमारे घरों से ही पैदा होती है। हर रविवार सूखा दिवस मनाते हुए कूलर, फ्रीज़ की ट्रे आदि को खाली कर साफ किया जाना चाहिए तथा परिंडो, पानी की टंकियों, छत पर पड़े कबाड़ आदि मे मच्छर के लार्वा को नष्ट करने हेतु जमा पानी को खाली कर लार्वा रोधी गतिविधिया करनी चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षण में मौजूद समस्त एएनएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में मलेरिया रोधी गतिविधियां विशेषकर जलभराव वाले क्षेत्रों में एमएलओ डालना, जलाशयों, तालाबों तथा घरों में पेयजल स्टोरेज के संसाधनों में टेमिफोस डालना, बुखार के रोगियों की स्क्रीनिंग कर लक्षण पाए जाने वाले उनकी मलेरिया जांच करवाना तथा समय पर उपचार दिए जाने संबंधइी कार्य पूर्ण तन्मयता के साथ करें।