वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।
चित्तौड़गढ़। प्रतापनगर के सत्यनारायण मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवस पर पंडित अशोक भारद्वाज ने बताया कि राजा बलि को अभिमान हो गया कि मुझसे बड़ा कोई दानी पृथ्वी पर नहीं है भगवान ने बताया की अभिमान पतन का कारण है प्रभु ने कहा बलि तुम्हारे पास जितनी भी संपत्ति है वह मेरे दो कदम के बराबर है अभिमान जब भी किया जाता है तो भगवान साथ छोड़ देते हैं जब रावण का अत्याचार बड़ा तो सनातन धर्म की रक्षा के लिए देवताओं ने प्रभु की प्रार्थना की भगवान ने श्री राम के रूप में अयोध्या में अवतार लेकर के पापियों का नाश किया और पुनः धर्म की स्थापना की। कंस के अत्याचार से गोकुल,वृंदावन मथुरा वाले दुखी हो गए थे तभी नंद के यहां भगवान कृष्ण का जन्म हुआ गोकुल वालों को आनंदित कर दिया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे ही भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। भगवान श्रीकृष्ण के वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाओं ने मिठाइयाँ बाटी बच्चों ने फटाखे फोड़े लड्डूओं से भगवान को भोग लगाया गया। इस अवसर पं.भारद्वाज ने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आज मंगलवार को कथा में माखन लीला और गिरिराज पूजन रासलीला का आयोजन होगा। सभी से आग्रह किया गया अधिक से अधिक संख्या में पधारकर के कथा श्रवण का लाभ ले।