वीरधरा न्यूज़। भदेसर@ श्री शैलेन्द्र जैन।
भदेसर। उपखंड मुख्यालय पर आचार्य रामगुरु की शिष्या महासती संथारा साधीका श्री राम कस्तूर जी महाराज साहब का संथारा सोमवार को प्रातः 6:15 पर चोवीयार संथारा के साथ सीज गया।
उनकी डोल यात्रा प्रात 10 बजे आचार्य श्री रामेश भवन से प्रारंभ हुई, जो समता भवन, सदर बाजार, मेहता गली, बसेर गली, श्री राम मंदिर चौक, लक्ष्मीनाथ मंदिर, प्रजापत मोहला, भेरुजी बस स्टेशन होते हुए मोक्ष धाम पहुंची जहां पर नवकार मंत्र के जाप के साथ महासती की पार्थिव देह को पंचतत्व में विलेन की गई। मोक्ष धाम पर ही शोक सभा का आयोजन किया गया जहां पर साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गांधी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश चपलोद एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य अशोक चंडालिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मेवाड़ अंचल के पूर्व उपाध्यक्ष महिला मंडल की प्रतिभा सहलोत सहित समाज के विभिन्न गांव से आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शोक सभा का संचालन समता युवा संघ के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र जैन के द्वारा किया गया तथा लोगस्य के पाठ से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। अंतिम यात्रा के दर्शन करने को लेकर भदेसर कस्बे का पूरा गांव उमड पड़ा। महिलाएं बालक बालिकाएं पुरुष सभी अपने-अपने घरो से बाहर निकल कर अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके दर्शन किए। अंतिम यात्रा में भगवान महावीर की जय जयकार, आचार्य राम गुरु की जय जयकार के साथ-साथ श्री राम कस्तूर जी महाराज साहब के जयकारे लगे।
अंतिम यात्रा में युवा संघ के सदस्यों ने जमकर गुलाल उड़ाई तथा केसर वर्षा भी की गई। अंतिम यात्रा में श्री संघ के सदस्य सफेद वस्त्र में शामिल हुए तो महिलाएं महिला मंडल की वेशभूषा में शामिल हुई। अंतिम यात्रा के पश्चात समाज की ओर से गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। इस अंतिम यात्रा में भदेसर, आसावरा माता, लसाडावन, निकुंभ, चिकारङा, मंगलवाड, बड़ीसादड़ी, निंबाहेड़ा, चित्तौड़, मुंबई, नाहरगढ़, मोरवन, भादसोड़ा, मांगरोल, बानसेन, सुरपुर, सावा, कन्नौज, नीमच, नयागांव, सीतामऊ, पिपलिया मंडी, कपासन, उदयपुर, बेगू, फतहनगर, सनवाड सहित अनेक गांवों के श्री संघ ने शिरकत की।
भदेसर के इतिहास में यह पहला मौका था कि जब 66 दिनों तक संथारा चला एवं महासती जी की अंतिम यात्रा निकली। इस दौरान जैन समाज के सभी प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखें।
संघ के पूर्व अध्यक्ष पारसमल मोदी ने जानकारी देते हुए बताया कि भदेसर कस्बे में किसी साधु संत की डोल यात्रा पहली बार निकली गई। भदेसर कस्बे से अब तक लगभग 10 जनों के द्वारा जैन समाज की दीक्षा ग्रहण की जा चुकी है।