चितोड़गढ़/ डूंगला- क्षेत्र के बड़वाई में अलग अंदाज से सुहागिन महिलाएं ने की दसामाता व्रत पूजा अर्चना।
वीरधरा न्यूज। बडवाई @ श्री उदय लाल पुष्करणा।
डूंगला।चैत्र दशमी के दिन पूरे देश में सुहागिन औरतें दशा माता का व्रत करती है लेकिन चित्तौड़ जिले में एक गांव है बड़वाई जो की एक धर्म नगरी के नाम से विख्यात है। यहां दशा माता का व्रत एक अलग ही अंदाज में किया जाता है। औरतें प्रातः उठकर घर के बाहर रंगोली बनाकर समूह के साथ पीपल के वहां जाती है और पूजा अर्चना करती है पीपल के वहां धागा बांधती है 10 परिक्रमा लगाती है। धार्मिक मान्यता है कि आज के दिन पूजा करने से विष्णु की पूजा का फल भी प्राप्त होता है दशा माता व्रत करने से घर की दिशा व दशा सुधर जाती है घर परिवार में सुख समृद्धि शांति सौभाग्य अपार धन संपत्ति बनी रहती है। पूजा के बाद औरतें घर आकर गले में पूजा का धागा पहनती है जो धागा अगले दशा माता तक अपने गले में धारण करके रखती है बड़ो के चरण स्पर्श करके आशिर्वाद प्राप्त करती है। शाम को पूरे गांव की औरतें हर घर से पांच-पांच दीपक लेकर मां चक्र भवानी शक्तिपीठ मंदिर पर जाती है वहां जाकर दीपक को जलाकर वहां से डीजे के साथ दीपक हाथ में लेकर नाचते हुए पूरे गांव के अंदर परिक्रमा लगाकर पुनः मां के दरबार में जाती है वहां जाकर कर दीपक मां के चरणों में अर्पित कर प्रार्थना करती है कि है मां भगवती गांव में एवं देश में सुख शांति और अमन बनाए रखना प्रार्थना के बाद वहां से एक दीपक लेकर सुहागिन औरतें अपने घर पर वापस आ जाती है और पानी की पनेरी के वहां उस दीपक को रख देती है। यह परंपरा करीब 5 सालों से चली आ रही है कोरोना काल से गांव में और देश में महामारी ना आए अमन और शांति बनी रहे इसी की कामना के साथ यह परंपरा चलती आ रही है।