वरिष्ठ नागरिक मंच मुख्यालय की मासिक सभा सम्पन्न टाइम बैंक वरिष्ठों के लिए अत्यंत उपयोगी व भविष्य हेतु अतिप्रसंगिक: सिशोदिया।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।टाइम बैंक वरिष्ठों के बेहतर जीवन यापन व आवश्यकता पड़ने पर घर के सदस्य की भांति अतिप्रसंगिक योजना साबित होगी जिसके तहत आप किसी भी वरिष्ठ को आवश्यकता होने पर अपना समय दे व पासबुक में दिया गया समय एकत्रित करे ताकि आपको समय की आवश्यकता हो तो उस पासबुक से अपने लिए समय की उपलब्धता प्राप्त कर सकते है, ऐसी योजना वरिष्ठों के एकाकीपन व बीमारी में अटेंडर की कमी को समाप्त करता है, यह विचार व्यक्त किये मंच के टाइम बैंक संयोजक बलवंत सिंह शिशोदिया व सहसंयोजक एसएन काबरा ने जिन्होंने मंच की इस अतिमहत्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन पर अपने विचार रखे व शीघ्र ही इस पर काम कर एक कमेटी का गठन किया जाएगा ।
मंच महासचिव राधेश्याम आमेरिया ने बताया कि कल मंच मुख्यालय की मासिक सभा एच एस राठी,के एल खंडेलवाल,देवीलाल आमेरिया, डॉ भगवत सिंह तंवर व रजनी एम लड्ढा के विशिष्ठ आथित्य मे हुई जिसमें विभिन्न मुद्दों,विषयो पर चर्चा की गई व लोकसभा में शत प्रतिशत मतदान करने व कराने में अपनी महत्वपुर्ण भूमिका निभाने के संकल्प भी लिए गए।
वरिष्ठ नागरिक मंच के भीलवाड़ा में रविवार को आयोजित होने वाले प्रांतीय अधिवेशन के चित्तौड़ प्रभारी व प्रांतीय कार्यकारी सदस्य ओमप्रकाश आमेरिया ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुवे बताया कि चित्तौड़गढ़ से 136 सदस्यों का दल इस सम्मेलन में भाग लेगा ,इस सम्मेलन में चित्तौड़ मंच को सराहनीय सेवाकार्यो व वरिष्ठों के जीवन मे नाइ ऊर्जा का संचार करने हेतु पुरुस्कृत भी किया जाएगा।
मंच बनेगा जनता की आवाज के प्रभारी
सत्यनारायण सिकलीगर ने विगत तीन सभाओं में किये गए कार्यो व नगर की समस्याओं पर मंच द्वारा किये कार्यों पर प्रकाश डाला व नगर के विकासोन्मुखी मुद्दों पर चर्चा की।
इस अवसर पर स्वानुशासन, पारिवारिक सामंजस्यता व अन्य सम सामयिक विषयों पर अमरकण्ठ उपाध्याय, कमला शंकर मोड, लक्ष्मीनारायण भारद्वाज, केसरीमल भडक्त्या, महेंद्र जैन मदनलाल मेहता, डॉ योगेश जानी, डी एस जोशी, नंदकिशोर निर्झर, सुमन गुप्ता, डॉ एम के पोरवाल ने अपने अपने विचार रखे।
सभा मे मंच जिलाध्यक्ष बसंती लाल जैन ने सभी से आग्रह किया कि युवा हो या वरिष्ठ सभी को अपने जीवन मे स्वानुशासन रखते हुवे सामान्य बोलचाल की भाषा में अपशब्दों के प्रयोग को त्याग करना चाहिए।
आयोजित सभा मे सरिता झुनझुनवाला, धापू मेनारिया, प्रेमलता कुमावत,कल्याणी दीक्षित, पुष्पा काबरा, शशिकला गुप्ता,कमला सोनी, आशा रामचंदानी, श्याम वैष्णव कन्हैयालाल नाराणीवाल, राधेश्याम गहलोत, कमला शंकर मोड़, हरकलाल लड्ढा, डॉ रामप्रसाद यादव, डी एस जोशी चंद्रकिशोर व्यास, मदन लाल मेहता, मुकेश श्रीवास्तव, बाबूलाल डाड़, बालमुकुंद जोशी, नंदलाल बलवानी, सत्यनारायण चेचाणी, महेश बसेर, कन्हैयालाल भराडिया, बंशीदास वैष्णव, दयालचंद कोठारी, बालूराम रेगर, चंद्रप्रकाश खटोड़, मेवालाल खोईवाल, कृष्णगोपाल सोनी, के डी महंत, शंकरसिंह राणावत, उमाशंकर भगवती, विनोद गुप्ता रतनलाल संचेती, कैलाश शर्मा, शांतिलाल पटवा, शंकरलाल सालवी, मदनलाल सरूपरिया, मानकचंद जैन, सत्यनारायण ईनाणी, राष्ट्रीय कवि अब्दुल जब्बार, जगदीशचंद्र चोखड़ा, राधेश्याम जोशी, सत्यनारायण शर्मा सहित कई वरिष्ठजन उपस्थित थे।
इससे पूर्व मंच की परंपरा के अनुसार सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन हुआ व अंत मे राष्ट्रगान के साथ सरिता झुनझुनवाला ने आभार व्यक्त किया।