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एनसीसी कैडेट्स ने अभियान चलाकर ग्रामीणों को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के रखरखाव संबंधित नियमों के बारे में जागरूक किया।

वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।


चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के एनसीसी कैडेट्स ने सात दिवसीय नेशनल फ्लैग कलेक्शन अभियान के अंतर्गत गंगरार, चौगावड़ी, मान सिंह जी का खेड़ा, सेमलिया, सदापुरा, खूटीया और आसपास के तकरीबन 1000 घरों से ज्यादा लोगों से संपर्क किया और उन्हें घरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के नियम- कायदे बताएं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट ताबिश अली खान ने बताया कि अधिकांश नागरिकों को अपने घरों में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के नियम और तिरंगे को संविधान अनुसार किस प्रकार से रखा जाएं के नियम पता नहीं होते है। यहीं कारण है कि अधिकांश लोग अपने घरों पर तिरंगा फहराने के बाद भूल जाते है कि वह गंदा है या फट गया है या उसको किस प्रकार संभालकर रखा जाना चाहिए। एनसीसी कैडेट्स ने इसी उद्देश्य के साथ तकरीबन 1000 से ज्यादा गांव के लोगों से संपर्क किया और उन्हें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के नियम और उसके रखरखाव की जानकारी दी। एनसीसी कैडेट्स ने इन क्षेत्रों से जो राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे, गंदे या कटे-फटे हुए थे। उन्हें एकत्रित कर पांच राज स्वतंत्र कम्पनी एनसीसी भीलवाड़ा यूनिट में रखा गया और उसके बाद सम्मानपूर्वक राष्ट्रीय ध्वज के निपटान हेतु नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत एनसीसी कैडेट्स की टीम बनाकर विभिन्न गांव में भेजकर ग्रामीणों को अभियान के बारे में जानकारी दी गई। वहीं ग्रामीणवासियों ने एनसीसी कैडेट्स का भरपूर सहयोग किया और उन्हें आश्वासन दिया कि वे आगामी दिनों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाते वक्त इन सभी विशेष बातों का ध्यान रखेंगे। इस अभियान का बुधवार को समापन किया गया। यह 1 फरवरी से 7 फरवरी तक आयोजित किया गया। मेवाड़ यूनिवर्सिटी वाइस चांलसर प्रो. डॉ. आलोक मिश्रा ने एनसीसी कैडेट्स के इस अभियान की प्रशंसा की।

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