वीरधरा न्यूज़।गंगरार@ कमलेश सालवी
गंगरार। गणतंत्र दिवस के अवसर पर नये सुर साहित्य मंच के तत्वाधान में ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित हुआ।
मंच के संस्थापक प्रमोद तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मंच द्वारा देश के उभरते हुए साहित्यकारों को यह मंच महत्वपूर्ण स्थान देता है इसी दिशा में आयोजित कवि सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से कवियों ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया। कुसुम सिंह अविचल उतर प्रदेश ने मां भारती की आरती देश प्रेम की सुगन्ध काव्य पाठ से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रदीप सहाय वेदार शाहजहांपुर ने शीश ऊंचा रहे देश का मान रहे माटी का गुणगान हो, राजा रज्जन सिंह कानपुर ने लोग अपनों की खातिर मरते नहीं गीत वही ठाकुर कुमार सालवी चित्तौड़गढ़ राजस्थान ने आजादी हम सबको जान से प्यारी है एवं आत्मनिर्भर भारत पर अपना कविता पाठ किया,प्रमोद मिश्र निर्मल नोएडा ने पत्थरों पर नाम लिखकर चल दिए तो शिवांश सरल भोपाल ने कैसे-कैसे वार सहित तुमने यह देश तुम्हारा है, योगेश दीक्षित औरैया ने सुन रहा हूं करुण कहानी एवं कवियत्री आयुषी गुप्त ने दिलों में राम हो सबके काव्य पाठ प्रस्तुत किया।
इस दौरान प्रमोद मिश्र निर्मल नोएडा, रघुवीर आनन्द दिल्ली, डॉ अनुपमा श्रीवास्तव लखनऊ,दीपक पंडित भोपाल ,डॉ.शरद नारायण खरे मंडला,सैयद इकबाल खुशनाम लखनऊ, ने भी कविता पाठ प्रस्तुत किया कार्यक्रम का शानदार संचालन ऋषी श्रीवास्तव “ऋषी” द्वारा किया गया
मंच के संरक्षक गिरधारी लाल खंडेलवाल ने कहा कि ऑनलाइन कवि सम्मेलन को श्रोताओं ने घर बैठकर सुना एवं इस कार्यक्रम की प्रशंसा की, मंच की अध्यक्षता निशा गुप्ता, उपाध्यक्ष बिट्टू जैन, संचालिका ऋषि श्रीवास्तव, एवं सहसंचालिका आयुषी गुप्ता ने भी अपना कविता पाठ प्रस्तुत किया।अन्त में पटल पर उपस्थित सभी काव्य मनीषियों और श्रोताओं का संस्थापक प्रमोद तिवारी जी द्वारा आभार ज्ञापित करते हुए समस्त देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए आयोजन को विराम दिया गया।