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कानड़खेड़ा ताणा सड़क किनारे छोड़ा 24 घंटे के नवजात को ग्रामीणों ने पहुंचाया आकोला अस्पताल।

वीरधरा न्यूज़।आकोला@ श्री शेख सिराजुद्दीन।


आकोला। आकोला क्षेत्र में मानवता को शर्मशार करने का मामला सामने आया, जहां कलयुगी मां अपने एक दिन के नवजात को सड़क किनारे छोड़कर चली गई।
मामला चित्तौड़गढ़ के भुपालसागर पंचायत समिति आकोला थाना क्षेत्र का है।आकोला क्षेत्र से मात्र 6 किलोमीटर दूर पुलिस थाना आकोला स्टेट हाईवे के कानडखेड़ा गांव के बिजासन माता रोड पर कुछ अज्ञात लोग अपने नवजात शिशु को सड़क किनारे छोड़ कर चले गए।
ग्रामीणों ने नवजात को बिलखता देखकर अपने संरक्षण में लिया। पुलिस को सूचित करने के साथ ही आकोला चिकित्सालय लाया गया। दुनिया में आए 24 घंटे ही हुए कि एक नवजात शिशु को उसके परिजन सड़क किनारे झाड़ियों के पास छोड़ कर चले गए। महिलाओं ने सुबह बच्चे के रोने की आवाज आई तो उन्हें इसका पता चला। उन्होंने इसकी जानकारी प्रकाश चंद्र मेघवाल, जिला परिषद सदस्य शंभुलाल गाडरी, भगवान लाल मेघवाल ग्राम रक्षक को दी। ग्राम रक्षक मौके पर पहुंचे और बच्चे को अपनी गोदी में उठाया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद नवजात को आकोला चिकित्सालय लाया गया। नवजात को चित्तौड़गढ़ हॉस्पिटल रेफर किया गया। नवजात के शरीर का तापमान बहुत कम होने से उसे स्पेशल यूनिट में भर्ती किया गया।

कुछ घंटे के नवजात को सड़क किनारे छोड़ा

आकोला क्षेत्र से 6 किलोमीटर दूर पुलिस थाना आकोला स्टेट हाईवे के कानडखेड़ा गांव के बिजासन माता रोड पर कुछ अज्ञात लोग अपने नवजात शिशु को सड़क किनारे छोड़ कर चले गए। बच्चे को अस्पताल के गुलाबी रंग के कपड़े पहना रखे थे और वह गुलाबी रंग के ही प्लास्टिक पर लेटा रखा था। कपड़ों में निजी हॉस्पिटल का टैग लगा हुआ था। ग्रामीणों की इंसानियत ने उसे बचा लिया। ग्रामीणों का कहना है कि नवजात के शरीर में कई जगह खून लगा था, जो सुख गया था। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है की बच्चा बीती रात पैदा हुआ होगा।

फेरियों में निकली महिलाओं ने सुनी नवजात के रोने की आवाज

मकर संक्रांति का पर्व होने के कारण सुबह कुछ महिलाएं वहां से फेरी लगाने जा रही थी। इसी दौरान बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। महिलाओं ने जाकर देखा तो वहां नवजात था। आसपास कुत्ते भी थे, लेकिन बच्चे को बचा लिया गया। महिलाओं ने तुरंत इसकी जानकारी ग्राम रक्षक (पुलिस मित्र) प्रकाश चंद्र मेघवाल, जिला परिषद सदस्य शंभुलाल गाडरी, भगवान लाल मेघवाल सहित अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने शॉल में बच्चे को लपेटकर उसे उठाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर आकोला थाने से एएसआई भेरूलाल मौके पर पहुंचे और नवजात को सीएचसी आकोला लेकर जाया गया।

ठंड के कारण नवजात के शरीर का तापमान हुआ कम

आकोला चिकित्सालय में चेकअप करने के बाद डॉक्टरों ने उसे जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि बच्चा ठंड में रहा, इसलिए उसके शरीर का तापमान कम हो गया है। बच्चा लगभग 24 घंटों का है। चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर भेज दिया गया।

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