किसानों की तुलना आतंकवादी व खालिस्तानी से करने पर कांग्रेस पार्टी ने विरोध प्रदर्शन कर जलाया सासंद का पुतला।
वीरधरा न्यूज़।जयपुर@ श्री राहुल भारद्वाज।
दौसा । दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर नेताओं की बयानबाजी का दौर जारी है । मंगलवार को दौसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद जसकौर मीणा ने दौसा विधानसभा क्षेत्र के सिंगवाड़ा ग्राम पंचायत में आयोजित हुए एक शिलान्यास कार्यक्रम में मीडिया को सम्बोधित करते हुए दिल्ली बॉर्डर पर कृषि विधेयको के मामले में धरने पर बैठे किसानों को आतंकवादी बताते हुए कहा था कि “धरने पर बैठे किसान आतंकवादी है व खालिस्तान का झंडा लेकर तथा एके 47 लेकर बैठे हुए है।” जिसके बाद सांसद के इस बयान पर दौसा जिले मे सियासी बवाल मच गया है।
सांसद के द्वारा किसान आंदोलन मे धरने पर बैठे किसानों की तुलना आतंकवादी व खालिस्तानी से करने पर बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार सुबह को दौसा शहर के प्रमुख स्थान गांधी तिराहे पर सासंद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है । इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सांसद जसकौर का पुतला फूंका और जसकौर मीणा हाय हाय के नारे लगाएं।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व जिला प्रवक्ता घनश्याम शर्मा ने कहा कि “दौसा सांसद जसकौर मीणा ने किसानों के लिए अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया है । उन्होंने कहा कि देश की अधिकतर जनता कृषि पर निर्भर है और जिन किसानों के दम पर सरकारे बनती है उन किसानों को बीजेपी नेताओं द्वारा आतंकवादी या खालिस्तानी तथा पाकिस्तानी एजेंट बताना निंदनीय कृत्य है।” घनश्याम शर्मा ने कहा कि “दौसा जिला कांग्रेस कमेटी सांसद के बयान की कड़ी भर्त्सना करती है और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता किसानों के साथ खड़ा है।’
इससे पूर्व मंगलवार को दौसा से कांग्रेस के विधायक मुरारीलाल मीणा भी सासंद के बयान पर कड़ी आपत्ति जता चुके हैं। विधायक ने कहा है कि ” भारत के अन्नदाता को आतंकवादी, खालिस्तानी या पाकिस्तानी एजेंट बताना धरती पुत्र का अपमान है और सासंद को ऐसे बयानों से बचना चाहिए।