वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ। उदयपुर के माणिक्य लाल वर्मा विश्वविद्यालय में 11 व 12 जनवरी को आयोजित मिनरल, माईनिंग मेटल ओर मेटोलोजी ऑफ साउथ एशिया पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मिलित भारत सहित 14 देशों के प्रतिनिधियों ने शनिवार को अपने चित्तौडगढ़ प्रवास के दौरान विधायक चंद्रभानसिंह आक्या से भेंटकर चित्तौडगढ़ के इतिहास के बारे में बाते साझा की।
इस दौरान संस्थान के सदस्यो ने विधायक आक्या का मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर व उपरना ओढ़ाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर विधायक आक्या ने सभी अतिथियो का स्वागत करते हुए कहा की गत वर्ष इसी संस्थान की 2 व 3 फरवरी 2023 को उदयपुर के माणिक्य लाल वर्मा विश्वविद्यालय में ‘‘एनिमल्स इन द हिस्ट्री ऑफ साउथ एशिया’’ विषय पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में वे स्वयं भी शामिल हुए थे। आज संस्थान के सदस्यो का चित्तौडगढ़ भ्रमण का निर्णय बेहद सराहनीय है। चित्तौड़गढ़ भक्ति, शक्ति, त्याग व बलिदान की धरती है। यहां का बहुत पुराना इतिहास रहा है, यहां का संसार सबसे बढ़ा किला प्राचीन इतिहास को याद दिलाता है। यहां के शासको ने अपने स्वाभीमान से कभी समझोता नही किया। महाराणा प्रताप, महाराणा कुम्भा, महाराणा सांगा का नाम जग जाहिर है। रानी पद्मिनी सहित अनेक क्षत्राणियों का जौहर आज भी मन को झकझोर देता है।
इस दौरान रवि विराणी, महेन्द्र सिंह, मुकेश मेघवाल सहित कार्यकर्ताओं ने समस्त प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों का स्वागत किया।
अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के निदेशक व उदयपुर के माणिक्य लाल वर्मा विश्वविद्यालय के सह आचार्य डाॅ. पियुष भादविया ने बताया कि संस्थान में आर्मेनिया, अमेरिका, नेपाल, श्रीलंका सहित दक्षिण भारत के राज्यो के प्रतिनिधी शामिल है। जो चित्तौडगढ़ दुर्ग सहित जवार माईंस क्षैत्र का भ्रमण कर प्राचीन संस्कृति, इतिहास, पुरातत्व संस्कृति आदि विषयो पर शोध करेंगें। गत वर्ष आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के पश्चात उनके संस्थान द्वारा प्रकाशित दो पुस्तके ‘‘भारतीय इतिहास में पशु-पक्षी’’ व ‘‘एनमिल्स इन साउथ एशियन हिस्ट्री’’ की प्रति विधायक आक्या को भेंट की गईं।
इस अवसर पर श्रीलंका से नीलम जयसिंघे, आर्मेनिया से डाॅ. लुईजा रोड्रीक्स व डाॅ. नायरा, काठमाण्डु नेपाल से डाॅ. पुनम राणा, सेंट्रल यूनिवर्सिटी जम्मु की डाॅ. अमिता गुप्ता, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की दिलशाद फातिमा, डाॅ. डीपी शर्मा व डाॅ. माधुरी शर्मा वाराणसी, डाॅ. रविन्द्र कुमार इलाहाबाद, प्रोफेसर योगेम्बर सिंह व सुमन रानी उत्तराखण्ड सहित बढ़ी संख्या में भारत के विभिन्न प्रांतो के प्रतिनिधि उपस्थित थे।